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"The world suffers alot, not because of the violence of bad people, but because of the silence of good people!!" By NAPOLEON BONAPART.. मेरे विचार ही मेरी पहचान हैं...मैं एक भारतीय हूँ.., जय हिंद!

गुरुवार, 18 अगस्त 2011

महात्मा से मुक्ति:१) अन्ना हजारे


“If our civilization is to survive, we must break with the habit of deference to great men. Great men make great mistakes.”
---- Sir Karl Raimund Popper (1902 -1994)

And when Great men make mistakes...it become social Blunder.
जब महान लोग गलती करते हैं तो वो गलती नहीं अपितु उनके अनुसरण कर्ताओं के दुःख और पीढ़ा का कारण बन जाती है...
......१> मोहनदास (महात्मा) गाँधी : देश का बटवारा और बोर्डर पर लाखों लाशें बिछना
२> बाबा राम देव और कांग्रेस की पुलिस के हातों हजारो लोगों की पिटाई.
३> अन्ना हजारे का पाखंडी और भ्रष्ट लोगों को साथ ले कर्जन आन्दोलन करना जैसे:

अग्निवेश:
जो एक असफल राजनेता है और हर जगह घटिया राजनीती करने की कोशिश करता है!! जैसे भगवा वस्त्र पहनना, स्वयं को आर्य समाजी बताना जबकि आर्य समाज समिति ने उसको आर्य समाज से उसके बुरे कर्मो के कारण निकल दिया था, मओवादिओं के पुलिस और सैनिकों की हत्या करने पर मओवादिओं को सही बताना, कश्मीर को भारत का अंग न कह कर आलगाव वादियों को खुश करना, और उसका ताज़ा कृत्य कश्मीरी गद्दार नेताओं से मिलने जाने पर अमर नाथ यात्रा को पाखंड बता बंद किये जाने को कहना...
प्रशांत भूषण और शांति भूषण:
ये पुत्र और पिता है जो अधिवक्ता(lawyer) हैं इन् पर आरोप लगते रहे है की ये पहले माफिया और घोटाले बाजों पर केस करते है फिर पैसे ले कर कोर्ट के बाहर समझोता कर लेते हैं और इन्होने खुद कई criminals को केस लड़ कर बचाया है जो प्रत्यक्ष रूप से दोषी थे ..
अरविन्द केजरीवाल और मनीष सिसोदिया:
ये NGO संस्थाएं चलते है और इनके संस्थाओं पर भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहे हैं. पर जब ये अन्ना हजारे से जुड़े तो भ्रष्टाचार की रकम लाखों-करोड़ों में जाने लगी और सुप्रीम कोर्ट के जज श्री P.B.सावंत की जाँच में 2005 में ये बात सामने आई की अन्ना और केजरीवाल के NGOs में आपस में सांठ-गाँठ है और लाखों रूपया का गबन होता है...
 
Anna himself is involved in several cases of corruption. This has been proved by the apex court appointed Justice Sawant Commission. The commission found that Anna runs several NGOs and money was spent illegally for many things including his birthday celebration. According to SC report, some workers of Hazare's trust are indulged either in graft or criminal act. Moreover, SC report had said Anna's birthday celebrations by his trust as illegal.

फिर भी अन्ना का साथ देना हमारी मजबूरी है क्योकि ज़हर को ज़हर ही मारता है पर हमें ज़हर को गले नहीं लगाना चाहिए!!!!
वर्ना भारत-माता के चित्र को non-secular(सांप्रदायिक) बता कर हटवा देने वाले अन्ना की टीम वाले कांग्रेस से भी बुरे राजनेता बन जायेंगे ?????

1 टिप्पणी:

  1. अन्ना हजारे की सच्चाई
    __________________

    ...लोकपाल की नौकरी ढूंढ़ रहे अन्ना हजारे और उनके साथी...???
    ...
    लोकपाल की नौकरी ढूंढ़ रहे अन्ना हजारे और उनके साथी...???

    इस बात का खुलासा हुआ है कि
    अन्ना और उनकी टीम ने जन-लोकपाल का जो मसौदा तैयार किया है
    उसमे लोकपाल की योग्यता में मैग्सेसे पुरस्कार विजेता होना भी है??

    इसका तो सीधा सा एक ही अर्थ निकलता है
    कि अन्ना और उनकी टीम लोकपाल की नौकरी चाहते हैं
    क्योंकि अन्ना हजारे, अरविन्द केजरीवाल और किरण बेदी
    मैग्सेसे पुरस्कार विजेता हैं..?

    वाकई अन्नाजी महान है...????
    ये वो महान हस्ती है जिन्होंने लोकपाल की उम्मीद जगाई और फिर बयान दिया कि देश मे संसद सर्वोपरि है उसका फैसला मुझे स्वीकार्य है ,
    ये वो महान हस्ती है जिनको देशद्रोही "अग्निवेश" के साथ रहने मे शर्म नहीं आती
    वो अग्निवेश जो जमात ए उलमा की सभा मे हजारो मुसलमानो को कहता है किसी को हक नहीं कि आपको वन्देमातरम गाने के लिए कहे,
    वो अग्निवेश जिसने कहा वन्देमातरम नहीं बोलेगे जो मुसलमान मैं उनके साथ हूँ ,
    वो अग्निवेश जिसने कश्मीर के खिलाफ बयान दिये, जिसने अमरनाथ का अपमान किया और ढोंग बताया,
    वो अग्निवेश जो सिर्फ धोखा देने को भगवा पहनता है और स्वयं ही आर्य समाजी बन बैठा है,
    जिसका अभी अभी अमरीका मे कश्मीर लॉबी मे एक आतंकवादी ने नाम दिया कि ये पेड(paid) लैक्चर देता था ,

    अन्नाजी वो महान हस्ती है जो पहले दिल की आवाज सुनके गुजरात और मोदी की तारीफ करते है
    फिर कांग्रेस की लाल आँख और मेधापाटकर के फुसलाने से फिर बयान से मुकर जाते है,
    ये वो अन्ना है जो भाजपा शासित राज्यो मे जाकर बुराई करते हे और महाराष्ट्र मे किसानो के लिए उनकी आवाज नहीं निकलती ,
    वो अन्ना जो देश हित के लिए आंदोलन मे अपनी खुद की दुकान सजाकर बाबा रामदेव के सामने शर्तें रखते है,
    ये वो महान अन्नाजी है जिनहोने ठीक उसी समय बाबा के आंदोलन से मुह मोड़ा जब देश को जरूरत थी
    उसी समय ये मुह मोड़ के चले गए जब परिणाम आने ही वाला था और इनका बहाना था RSS, बीजेपी, साध्वी ऋतम्भरा यानि हिन्दुत्व जैसे एक बीमारी हो
    ऐसे ये सेकुलर अन्नाजी ने लक्ष्य को न देखते हुए अपने अहम और भविष्य मे होने वाली जीत का श्रेय बाबा न ले जाए इस लिए मुह मोड़ा
    और आज लाखो की संख्या जुटाने गली गली फिर रहे है तो क्या रामलीला मैदान मे उनको ज्योतिषी ने मुहूर्त अच्छा न होने की बात कही थी?????
    वो महान अन्नाजी जो अहिंसा की बात करते है और बाबा से नाता तोड़ देते है
    वही राज ठाकरे को उनकी पर प्रांतीय हिंसक विचारधारा को सहमती देते है ।

    पूर्व अपर आयकर आयुक्त विश्वबंधु गुप्ता जी तो स्पष्ट तौर पे
    अन्ना हजारे को कांग्रेस का पेड एजेंट बताते हैं.?

    वाह अन्ना वाह, आपके डबल स्टैंडर्ड भी महान है ....???
    Ravi Tiwari

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