by राज आर्य on Wednesday, August 24, 2011 at 10:37pm
जमात-ए-इस्लामी के संस्थापक मौलाना मौदूदी कहते हैं कि कुरान के अनुसार विश्व दो भागों में बँटा हुआ है, एक वह जो अल्लाह की तरफ़ हैं और दूसरा वे जो शैतान की तरफ़ हैं। देशो की सीमाओं को देखने का इस्लामिक नज़रिया कहता है कि विश्व में कुल मिलाकर सिर्फ़ दो खेमे हैं, पहला दार-उल-इस्लाम (यानी मुस्लिमों द्वारा शासित) और दार-उल-हर्ब (यानी “नास्तिकों” द्वारा शासित)। उनकी निगाह में नास्तिक का अर्थ है जो अल्लाह को नहीं मानता, क्योंकि विश्व के किसी भी धर्म के भगवानों को वे मान्यता ही नहीं देते हैं।
इस्लाम सिर्फ़ एक धर्म ही नहीं है, असल में इस्लाम एक पूजापद्धति तो है ही, लेकिन उससे भी बढ़कर यह एक समूची “व्यवस्था” के रूप में मौजूद रहता है। इस्लाम की कई शाखायें जैसे धार्मिक, न्यायिक, राजनैतिक, आर्थिक, सामाजिक, सैनिक होती हैं। इन सभी शाखाओं में सबसे ऊपर, सबसे प्रमुख और सभी के लिये बन्धनकारी होती है धार्मिक शाखा, जिसकी सलाह या निर्देश (बल्कि आदेश) सभी धर्मावलम्बियों को मानना बाध्यकारी होता है। किसी भी देश, प्रदेश या क्षेत्र के “इस्लामीकरण” करने की एक प्रक्रिया है। जब भी किसी देश में मुस्लिम जनसंख्या एक विशेष अनुपात से ज्यादा हो जाती है तब वहाँ इस्लामिक आंदोलन शुरु होते हैं। शुरुआत में उस देश विशेष की राजनैतिक व्यवस्था सहिष्णु और बहु-सांस्कृतिकवादी बनकर मुसलमानों को अपना धर्म मानने, प्रचार करने की इजाजत दे देती है, उसके बाद इस्लाम की “अन्य शाखायें” उस व्यवस्था में अपनी टाँग अड़ाने लगती हैं। इसे समझने के लिये हम कई देशों का उदाहरण देखेंगे, आईये देखते हैं कि यह सारा “खेल” कैसे होता है
जब तक मुस्लिमों की जनसंख्या किसी देश/प्रदेश/क्षेत्र में लगभग 2% के आसपास होती है, तब वे एकदम शांतिप्रिय, कानूनपसन्द अल्पसंख्यक बनकर रहते हैं और किसी को विशेष शिकायत का मौका नहीं देते, जैसे -
अमेरिका – मुस्लिम 0.6%
ऑस्ट्रेलिया – मुस्लिम 1.5%
कनाडा – मुस्लिम 1.9%
चीन – मुस्लिम 1.8%
इटली – मुस्लिम 1.5%
नॉर्वे – मुस्लिम 1.8%
जब मुस्लिम जनसंख्या 2% से 5% के बीच तक पहुँच जाती है, तब वे अन्य धर्मावलम्बियों में अपना “धर्मप्रचार” शुरु कर देते हैं, जिनमें अक्सर समाज का निचला तबका और अन्य धर्मों से असंतुष्ट हुए लोग होते हैं, जैसे कि –
डेनमार्क – मुस्लिम 2%
जर्मनी – मुस्लिम 3.7%
ब्रिटेन – मुस्लिम 2.7%
स्पेन – मुस्लिम 4%
थाईलैण्ड – मुस्लिम 4.6%
मुस्लिम जनसंख्या के 5% से ऊपर हो जाने पर वे अपने अनुपात के हिसाब से अन्य धर्मावलम्बियों पर दबाव बढ़ाने लगते हैं और अपना “प्रभाव” जमाने की कोशिश करने लगते हैं। उदाहरण के लिये वे सरकारों और शॉपिंग मॉल पर “हलाल” का माँस रखने का दबाव बनाने लगते हैं, वे कहते हैं कि “हलाल” का माँस न खाने से उनकी धार्मिक मान्यतायें प्रभावित होती हैं। इस कदम से कई पश्चिमी देशों में “खाद्य वस्तुओं” के बाजार में मुस्लिमों की तगड़ी पैठ बनी। उन्होंने कई देशों के सुपरमार्केट के मालिकों को दबाव डालकर अपने यहाँ “हलाल” का माँस रखने को बाध्य किया। दुकानदार भी “धंधे” को देखते हुए उनका कहा मान लेता है (अधिक जनसंख्या होने का “फ़ैक्टर” यहाँ से मजबूत होना शुरु हो जाता है), ऐसा जिन देशों में हो चुका वह हैं –
फ़्रांस – मुस्लिम 8%
फ़िलीपीन्स – मुस्लिम 6%
स्वीडन – मुस्लिम 5.5%
स्विटजरलैण्ड – मुस्लिम 5.3%
नीडरलैण्ड – मुस्लिम 5.8%
त्रिनिदाद और टोबैगो – मुस्लिम 6%
इस बिन्दु पर आकर “मुस्लिम” सरकारों पर यह दबाव बनाने लगते हैं कि उन्हें उनके “क्षेत्रों” में शरीयत कानून (इस्लामिक कानून) के मुताबिक चलने दिया जाये (क्योंकि उनका अन्तिम लक्ष्य तो यही है कि समूचा विश्व “शरीयत” कानून के हिसाब से चले)। जब मुस्लिम जनसंख्या 10% से अधिक हो जाती है तब वे उस देश/प्रदेश/राज्य/क्षेत्र विशेष में कानून-व्यवस्था के लिये परेशानी पैदा करना शुरु कर देते हैं, शिकायतें करना शुरु कर देते हैं, उनकी “आर्थिक परिस्थिति” का रोना लेकर बैठ जाते हैं, छोटी-छोटी बातों को सहिष्णुता से लेने की बजाय दंगे, तोड़फ़ोड़ आदि पर उतर आते हैं, चाहे वह फ़्रांस के दंगे हों, डेनमार्क का कार्टून विवाद हो, या फ़िर एम्स्टर्डम में कारों का जलाना हो, हरेक विवाद को समझबूझ, बातचीत से खत्म करने की बजाय खामख्वाह और गहरा किया जाता है, जैसे कि –
गुयाना – मुस्लिम 10%
भारत – मुस्लिम 15%
इसराइल – मुस्लिम 16%
केन्या – मुस्लिम 11%
रूस – मुस्लिम 15% (चेचन्या – मुस्लिम आबादी 70%)
जब मुस्लिम जनसंख्या 20% से ऊपर हो जाती है तब विभिन्न “सैनिक शाखायें” जेहाद के नारे लगाने लगती हैं, असहिष्णुता और धार्मिक हत्याओं का दौर शुरु हो जाता है, जैसे-
इथियोपिया – मुस्लिम 32.8%
जनसंख्या के 40% के स्तर से ऊपर पहुँच जाने पर बड़ी संख्या में सामूहिक हत्याऐं, आतंकवादी कार्रवाईयाँ आदि चलाने लगते हैं, जैसे –
बोस्निया – मुस्लिम 40%
चाड – मुस्लिम 54.2%
लेबनान – मुस्लिम 59%
जब मुस्लिम जनसंख्या 60% से ऊपर हो जाती है तब अन्य धर्मावलंबियों का “जातीय सफ़ाया” शुरु किया जाता है (उदाहरण भारत का कश्मीर), जबरिया मुस्लिम बनाना, अन्य धर्मों के धार्मिक स्थल तोड़ना, जजिया जैसा कोई अन्य कर वसूलना आदि किया जाता है, जैसे –
अल्बानिया – मुस्लिम 70%
मलेशिया – मुस्लिम 62%
कतर – मुस्लिम 78%
सूडान – मुस्लिम 75%
जनसंख्या के 80% से ऊपर हो जाने के बाद तो सत्ता/शासन प्रायोजित जातीय सफ़ाई की जाती है, अन्य धर्मों के अल्पसंख्यकों को उनके मूल नागरिक अधिकारों से भी वंचित कर दिया जाता है, सभी प्रकार के हथकण्डे/हथियार अपनाकर जनसंख्या को 100% तक ले जाने का लक्ष्य रखा जाता है, जैसे –
बांग्लादेश – मुस्लिम 83%
मिस्त्र – मुस्लिम 90%
गाज़ा पट्टी – मुस्लिम 98%
ईरान – मुस्लिम 98%
ईराक – मुस्लिम 97%
जोर्डन – मुस्लिम 93%
मोरक्को – मुस्लिम 98%
पाकिस्तान – मुस्लिम 97%
सीरिया – मुस्लिम 90%
संयुक्त अरब अमीरात – मुस्लिम 96%
बनती कोशिश पूरी 100% जनसंख्या मुस्लिम बन जाने, यानी कि दार-ए-स्सलाम होने की स्थिति में वहाँ सिर्फ़ मदरसे होते हैं और सिर्फ़ कुरान पढ़ाई जाती है और उसे ही अन्तिम सत्य माना जाता है, जैसे –
अफ़गानिस्तान – मुस्लिम 100%
सऊदी अरब – मुस्लिम 100%
सोमालिया – मुस्लिम 100%
यमन – मुस्लिम 100%
दुर्भाग्य से 100% मुस्लिम जनसंख्या होने के बावजूद भी उन देशों में तथाकथित “शांति” नहीं हो पाती। यहाँ यह भी उल्लेखनीय है कि जिन देशों में मुस्लिम जनसंख्या 8 से 10 प्रतिशत हो चुकी होती है, उन देशों में यह तबका अपने खास “मोहल्लो” में रहना शुरु कर देता है, एक “ग्रुप” बनाकर विशेष कालोनियाँ या क्षेत्र बना लिये जाते हैं, उन क्षेत्रों में अघोषित रूप से “शरीयत कानून” लागू कर दिये जाते हैं। उस देश की पुलिस या कानून-व्यवस्था उन क्षेत्रों में काम नहीं कर पाती, यहाँ तक कि देश का न्यायालयीन कानून और सामान्य सरकारी स्कूल भी उन खास इलाकों में नहीं चल पाते (ऐसा भारत के कई जिलों के कई क्षेत्रों में खुलेआम देखा जा सकता है, कई प्रशासनिक अधिकारी भी दबी जुबान से इसे स्वीकार करते हैं, लेकिन “सेकुलर-देशद्रोहियों” के कारण कोई कुछ नहीं बोलता)।
आज की स्थिति में मुस्लिमों की जनसंख्या समूचे विश्व की जनसंख्या का 22-24% है, लेकिन ईसाईयों, हिन्दुओं और यहूदियों के मुकाबले उनकी जन्मदर को देखते हुए कहा जा सकता है कि इस शताब्दी के अन्त से पहले ही मुस्लिम जनसंख्या विश्व की 50% हो जायेगी (यदि तब तक धरती बची तो)… भारत में कुल मुस्लिम जनसंख्या 15% के आसपास मानी जाती है, जबकि हकीकत यह है कि उत्तरप्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल और केरल के कई जिलों में यह आँकड़ा 40 से 50% तक पहुँच चुका है… अब देश में आगे चलकर क्या परिस्थितियाँ बनेंगी यह कोई भी (“सेकुलरों” को छोड़कर) आसानी से सोच-समझ सकता है…
(सभी सन्दर्भ और आँकड़े : डॉ पीटर हैमण्ड की पुस्तक “स्लेवरी, टेररिज़्म एण्ड इस्लाम – द हिस्टोरिकल रूट्स एण्ड कण्टेम्पररी थ्रेट तथा लियोन यूरिस – “द हज”, से साभार)
बहुत ही बढ़िया लेख| इस्लाम की नापाक असलियत उजागर कर दी |
जवाब देंहटाएंKisi ke likh dene se islam kharab nahi mana jata
हटाएंAbe madharchod tu kya janta h re islam ke bare me bhosdi ke .
हटाएंइस्लाम को आंतकवादी बोलते हो। जापान मे तो अमेरिका ने परमाणु बम गिराया लाखो बेगुनाह मारे गये तो क्या अमेरिका आंतकवादी नही है। प्रथम विश्व युध्द मे करोडो लोग मारे गये इनको मारने मे भी कोई मुस्लिम नही था। तो क्या अब भी मुस्लिम आंतकवादी है। दूसरे विश्व युध्द मे भी लाखो करोडो निर्दोषो की जान गयी इनको मारने मे भी कोई मुस्लिम नही था। तो क्या मुस्लिम अब भी आंतकवादी हुए अगर नही तो फिर तुम इस्लाम को आंतकवादी बोलते कैसे हो। बेशक इस्लाम शान्ति का मज़हब है।और हाॅ कुछ हदीस ज़ईफ होती है।ज़ईफ हदीस उनको कहते है जो ईसाइ और यहूदियो ने गढी है। जैसे मुहम्मद साहब ने 9 साल की लडकी से निकाह किया ये ज़ईफ हदीस है। आयशा की उम्र 19 साल थी। ये उलमाओ ने साबित कर दिया है। क्योकि आयशा की बडी बहन आसमा आयशा से 10 साल बडी थी और आसमा का इंतकाल 100 वर्ष की आयु मे 73 हिज़री को हुआ। 100 मे से 73 घटाओ तो 27 साल हुए।आसमा से आयशा 10 साल छोटी थी तो 27-10=17 साल की हुई आयशा और आप सल्ललाहु अलैही वसल्लम ने आयशा से 2 हिज़री को निकाह किया।अब 17+2=19 साल हुए। इस तरह शादी के वक्त आयशा की उम्र 19 आप सल्ललाहु अलैही वसल्लम की 40 साल थी इन हिन्दुओ का इतिहास द्रोपती ने 5 पांडवो से शादी की क्या ये गलत नही है हम मुसलमान तो 11 औरते से शादी कर सकते है ऐसी औरते जो विधवा हो बेसहारा हो। लेकिन क्या द्रोपती सेक्स की भूखी थी। और शिव की पत्नी पार्वती ने एक लडके को जन्म दिया शिव की गैरमूजदगी मे। पार्वती ने फिर किसकी साथ सेक्स किया ।इसलिए शिव ने उस लडके की गर्दन काट दी क्या भगवान हत्या करता है ।श्री कृष्ण गोपियो नहाते हुए क्यो देखता था और उनके कपडे चुराता था जबकि कृष्ण तो भगवान था क्या भगवान ऐसा गंदा काम कर सकता है । महाभारत मे लिखा है कृष्ण की 16108 बीविया थी तो फिर हम मुस्लिमो एक से अधिक शादी करने पर बुरा कहा जाता । महाभारत युध्द मे जब अर्जुन हथियार डाल देता तो क्यो कृष्ण ये कहते है ऐ अर्जुन क्या तुम नपुंसक हो गये हो लडो अगर तुम लडते लडते मरे तो स्वर्ग को जाओगे और अगर जीत गये तो दुनिया का सुख मिलेगा। तो फिर हम मुस्लिमो को क्यो बुरा कहा जाता है हम जिहाद बुराई के खिलाफ लडते है अत्यचारियो और आक्रमणकारियो के विरूध वो अलग बात है कुछ मुस्लिम जिहाद के नाम पर बेगुनाहो को मारते है और जो ऐसा करते है वे मुस्लिम नही हैक्योकी आल्लाह पाक कुरान मे कहते है एक बेगुनाह का कत्ल सारी इंसानयत का कत्ल है। और सीता की बात करू तो राम तो भगवान थे क्या उनमे इतनी भी शक्ति नही कि वे सीता के अपहरण को रोक सके जब राम भगवान थे तो रावण की नाभि मे अमृत है ये उनको पहले से ही क्यो नही पता था रावण के भाई ने बताया तब पता चला। क्या तुम्हारे भगवान राम को कुछ पता ही नही कैसा भगवान है ये।और सीता को घर से बाहर निकाल दिया गया था तो लव कुश कहा से आये किससे सेक्स किया सीता ने बताओ।और इन्द्र देवता ने साधु का वेश धारण कर अपनी पुत्रवधु का बलात्कार किया फिर भी आप देवता क्यो मानते हो। खुजराहो के मन्दिर मे सेक्सी मानव मूर्तिया है क्या मन्दिर मे सेक्स की शिक्षा दी जाती है मन्दिरो मे नाच गाना डीजे आम है क्या ईश्वर की इबादत की जगह गाने हराम नही है ।राम ने हिरण का शिकार क्यो किया बहुत से हिन्दु कहते है हिरण मे राक्षस था तो क्या आपके राम भगवान मे हिरण और राक्षस को अलग करने की क्षमता नही थी ये कैसा भगवान है।हमे कहते हो जीव हत्या पाप है मै भी मानता हू कुत्ते के बेवजह मारना पाप है ।कीडी मकोडो को मारना पाप है पक्षियो को मारना पाप है। लेकिन ऐसे जानवर जिनका कुरान मे खाना का जिक्र है खा सकते है क्योकि मुर्गे कटडे बकरे नही खाऐगे तो इनकी जनसख्या इतनी हो जायेगी बाढ आ जायेगी इन जानवरो की। सारा जंगल का चारा ये खा जाया करेगे फिर इन्सान के लिए क्या बचेगा। हर घर मे कटडे बकरे होगे। बताओ अगर हर घर मे भैंसे मुर्गे होगे तो दुनिया कैसे चल पाऐगी। आए दिन सिर्फ हिन्दुस्तान मे लाखो मुर्गे और हजारो कटडे काटे जाते है । 70% लोग मांस खाकर पेट भरते है । सब को शाकाहारी भोजन दिया जाये तो महॅगाई कितनी हो जाएगी। समुद्री तट पर 90% लोग मछली खाकर पेट भरते है। समझ मे आया कुछ शाकाहारी भोजन खाने वालो मांस को गलत कहने वाले हिन्दुओ अक्ल का इस्तमाल करो
जवाब देंहटाएंSir agr muhmamd sahab pegamber the to inki gaand q phti ti wo chupe q the....unko kutto ki trh q Mara gya..apke pegamber the...alah ko bachana chahiye tha na...aur baat rahi ..aur mre muhlle m suwar bht h aap plzzz aaye lejaye..
हटाएंBhai kutte ko khaya Karo...suwar khaya Karo....inki bhi to abaadi badh rahi h inpr bhi dhyaan do...tmhra jo kuran h na m pdha hu ky sikhta h...alah ka koi akar Nahi hota h..wo dikhta Nahi h....logic ki baat Karo ...tm jo chutiya bante firte ho na to km banao...bhai...tmhra religion jahiliyat sikhta h Aur wo puri duniya dekh rahi h....tm hamesha chori karoge puri duniya dekh rahi h Aur bologe m chor Nahi hu...jisse tm chumte ho na kaba m wo bhi pathar hi jis masjid m namaz pdhte ho na wo bhi pathar ka hi bana hota h..tm bolte ho Hindu ke Devi dewta ye kiye wo kiye...acha batao tmhre jo pegamber h wo KY asman se ayye ye Jamin se nikle...sab wahi se aaya jha se tm aaye....aur baat rahi kisi ko bura bhala kahne ki phle sachai jano tab bolo...phla religion Sanatan hi tha na to Islam tha na aur koi ye sab banya hua dharm h....insaniyat se bada koi dharm Nahi jo Islamic m Nahi na iske kanoon m h bs ye ek hawaniyat sikhta h...jo sari duniya dekhti h Aur janti h
हटाएंकुत्ते जैसा दुतकारे जाओगे । लोग घिन करेंगे मुसलमान के नाम से और ISIS की तरह मिटा दिया जाओगे। थोडा दिन इंतजार करो। वैसे सिर्फ इजरायल ही काफी है मिटाने के लिए।
हटाएंPar kisi bhagwan ne kisi ka religion badalna to nahi kaha na hi aapne dharm ko phaylana aur jitane dharm hai unki murtioo ko todo yee hai aalaa yee sirf saytaan the jo kale kapade pahennana tusaro ka dharm barbaad kar aagee. Badana rachchas hi karte hai.
हटाएंJo janwar aaya hai kay wo amar ho kar aaya hai wo mareega nahi kay madarchod .pare saan na ho 2050 tak Islam India na khatam ho gaya tab kahena usa kaam ko Kiya ja raha hai tum barbaadi ki oor badh rahe ho chahe to Mohammed paygambar ko baat ko sarch kar lo baki to kaam chal raha hai bas list par najar rakho aur hinduo bhaio see yahi kahunga ina kuttu rachchaso see dur raho aapane bhaivo ko dur rakho jaha yee Muslim ladee aapne hindu bhaio kee sath ho kar maa chod do in kutto ki aaukaat bata do sab see pahalee ak kaam karo ak naara har sosal mediaa par post kar na suru kar do .sotop Indian population puri taakat kee sath
हटाएं101%सत्य है फिर
हटाएंमक्का में शिवलिंग को छु कर सात फेरे लेकर
रावण का मूत्रा जो जम जम का पानी है
मुह क्यो वोते हो
इनका मतलब तुम लोगों शिवलिंग का अशं हो
ज्यादा बकवास सेहत के लिए ठीक नहीं है
Apne hi baap se Bagaawat aachi nhi . Isse phele ki Zaaydaaad ( Hindustan) se bedakhal ho jao Sudhaar jal.
हटाएंTu Hidnu Dhram ko to rhene hi de tu apne Islama ko to jaan nhi paaya jo kisi or dharm kk buraai ko bhi haraam kheta hai. RAM JI Or krishna ko kha jaanega . asli islaam ko pdh le tb bhi bhhwaan tuje apni Saran me le lega kyo ki nadi koi bhi ho girti Samundar ( Hindu Dharm) me hi hai or tu to na Islaam ka Is hai or na mUslmaniyat ka Mulsmaan hai . Tu bs bhtka hua jehaadi hai jo 72 huro ka spna dekh rha hai or apni naakamiyat or apne gunaahon ko Islaam ki pak chaadr ka parda de rha hai re kaafir ( Naastik)
हटाएंTu Fatima Ko Yaad Kar
हटाएंAre mc ek pagal psycho muhammad ki jaahil bato ko mankar tumse jabardasti islam kubool krwaya gya hai tu sab apne baap k itihas to jante nhi ho aur Satya Sanatan dharm par tippadi kar rha hai.... ulta sidha bol rha hai madrc
हटाएंसुन बे हरामखोर सबसे पहले तू वो महाभारत का जिहादी जंहा 16000 पत्नियों की चर्चा है लिखित में उसके बाद बारी बारी से तुझको जबाब दिया जाएगा ?
हटाएंमै शामली का हूं बे सुवर अब आता हूं बनत और वो 300 जाट के लड़के भी आयेगे को रंद्दवे है। अब तेरी गान्ड पे आके बजावगे और तुझे इस्लाम और हिन्दू धर्म का ज्ञान देंगे । बोसडिको हमारी वजह से ही पेट भर रहे हो अपना वरना मईया चुध्दी फिरती तुम सबकी ।सालो इतिहास पड़ लो पहले हिन्दुओं की वजह से ही आज हो यहां ।वरना 600 इसवी से पहले तुम्हारा कोई वजूद नी था ।और जिस हिंदू धर्म को तू गलत बोल रा है लाखो साल पुराना है । सनातन धर्म का हिंदू धरम नहीं वो सनातन धर्म है । तुम सालो कुछ हजारों साल पहले इस दुनिया में आए हमें ही आंख दिखा रहे हो । और भोसडीके मादरचो हम शिक्षा देते है अपने बच्चो को या खेलकूद हो या डिफेंस ही हर जगह हम है और देश की सुरक्षा तक भी । तुम खाली नफरत फैला सकते हो । धन्य ह वो मा जिसने अब्दुल कलाम को जन्म दिया । ना कि कसाब को ।
हटाएंतुम सालो गंदगी में पैदा होते ही और गंदगी में ही मरते हो । याद रखना आज के बाद मेरे धर्म और मेरे समाज के बारे में बोल मत देना भूल के भी वरना बनत में तेरा झलूस निकलेगा ।
ये जो तूने जाटों वाली बात बोली है अब ये जाएगी बनत में ही मलिक जी के पास ।जानता तो होगा ही तू ।अब निकलवाता ही तेरा पता।
एक ने लिखा है कि जानवरों को खाया नहीं तो उनकी बाढ़ आ जाएगी । इस हिसाब से तो उसे इंसान को खाना शुरू करना चाहिए ।
हटाएंदेख मोलाना दो ही बातों में तेरा जवाब सच हमेशा कड़वा होता है और सत्य सुन के तेरे दिल को बुरा लगा
हटाएंहिन्दु धर्म मे शिव भगवान ही नसेडी है तो उसके कावडिया भी नसेडी। जितने त्योहार है हिन्दुओ के सब बकवास।होली को लेलो मानते है भाईचारे का त्योहार होली पर शराब पिलाकर एक दुसरे से दुश्मनी निकाली जाती है।होली से अगले दिन अखबार कम से कम 100 लोगो के मरने की पुष्टि करता है ।अब दीपावली को देखलो कितना प्रदुषण बुड्डे बीमार बुजुर्गो की मोत होती है। पटाखो के प्रदुषण से नयी नयी बीमारिया ऊतपन होती है। गणेशचतुर्थी के दिन पलास्टर ऑफ पेरिस नामक जहरीले मिट्टी से बनी करोडो मूर्तिया गंगा नदियो मे बह दी जाती है। पानी दूषित हो जाता है साथ ही साथ करोडो मछलिया मरती है तब कहा चली जाती है इनकी अक्ल जीव हत्या तो पाप हैहम मुस्लिमो को बोलते है चचेरी मुमेरी फुफेरी मुसेरी बहन से शादी कर लेते हो। इन चूतियाओ से पूछो बहन की परिभाषा क्या होती है मै बताता हू साइंस के अनुसार एक योनि से निकले इन्सान ही भाई बहन हो सकते है और कोई नही। तुम भाई बहन के चक्कर मे रह जाओ इसलिए हिन्दु लडको की शादिया भी नही होती अक्सर । हमारे बनत नाम के गाव मे 300 जाट के लडके रण्डवे है शादी नही होती फिर उनका सेक्स का मन करता है वे फिर लडकियो महिलाओ की साथ बलात्कार करते है ये है हिन्दु धर्म । और सबूत हिन्दुस्तान मे अमेरिका के बाद सबसे ज्यादा रेप होते है । किसी मुस्लिम मुल्क का नाम दिखा दो या बता दो बता ही नही सकते। तुम्हारे हिन्दुओ लडकियो को कपडे पहनने की तमीज नही फिटिंग के कपडे छोटे कपडे जीन्स टीशर्ट आदि पहननती है ।भाई बाप के सामने भी शर्म नही आती तुमको ऐसे कपडो मे थू ऐसे कपडो मे को देखकर तो सभी इन्सानो की ऑटोमेटिकली नीयत खराब हो जाती है इसलिए हिन्दु और अंग्रेजी लडकियो की साथ बलात्कार होते हे इसके लिए ये लडकिया खुद जिम्मेदार है।।और हिन्दु लडकियो के हाथ मे सरे आम इंटरनेट वाला मोबाइल उसमे इतनी गंदी चीजे थू और लडकियो को पढाते इतने ज्यादा है जो उसकी शादी भी ना हो पढी लिखी को स्वीकार कौन करता है जल्दी से पढने का तो नाम है घरवालो के पैसे बरबाद करती है और लडको की साथ अय्याशी करती है उन बेचारो का टाइम वेस्ट। इन चूतियाओ से पूछो लडकि इतना ज्यादा पढकर क्या करेगी।मर्द उनके जनखे हो जो औरत कमाऐगी मर्द बैठकर खाऐगे।सही कहू तो मर्दो की नौकरिया खराब करती है जहा मर्द 20000 हजार रूपये महीने की माॅग करे वहा लडकिया 2000 मे ही तैय्यार हो जाती हैबहुत हिन्दु गर्व के साथ कहते है कि हमारी गीता मे लिखा है कि ईश्वर कण कण मे विध्मान है ।सब चीजे मे है इसलिए हम पत्थरो को पूजते है और भी बहुत सारी चीजो को पूजते है etc. लेकिन मै कहूगा इनकी ये सोच बिल्कुल गलत है क्योकि अगर कण कण मे भगवान है तो क्या गू गोबर मे भी है आपका भगवान। जबकि भगवान या खुदा तो पाक साफ है तो कण कण मे कहा से विध्मान हुआ भगवान। इसलिए मै आपसे कहना चाहता हू भगवान हर चीज मै नही है बल्कि हर चीज उसकी है और वो एक है इसलिए पूजा पाठ मूर्ति चित्र सब गलत है कुरान अल्लाह की किताब है इसके बताये गये रास्ते पर चलो। सबूत भी है क्योकि कुरान की आयते पढकर हम भूत प्रेत बुरी आत्माओ राक्षसो से छुटकारा पाते है।हमारी मस्जिद मे बहुत हिन्दु आते है ईलाज करवाने के लिए । और मौलवी कुरान की आयते पढकर ही सभी को ठीक करते है । इसलिए कुरान अल्लाह की किताब है । जबकि आप वेदो मंत्रो से दसरो को नुकसान पहुचा सकते है अच्छाई नही कर सकते किसी की और सभी भगत पंडित जादू टोना टोटके के अलावा करते ही क्या है। जबकि कुरान से अच्छाई के अलावा आप किसी के साथ बुरा कर ही नही सकते। इसलिए गैर मुस्लिमो कुरान पर ईमान लाओ।
जवाब देंहटाएंAbe haz m kitne Mar jate h masjid m bam blast hota h Iraq ko dekho tm kisko chutiya bana raha h....aur aaye smjhane..mere muhlle m 3 Muslim ladkiyon ne shaadi ki aur mre bhi Gf Muslim h..saalo sharm Karo wo Aaj bhi bolti h...tmlogo m ho halaala hota h na jisme darndgi krte ho na kuch yaad aaya...tmse to acha h Hindu ladki 4 Mardo ke saath soti to Nahi h na....bchod tu jo gaali dera ki internet wala mobile use Krti h Aur tu KY krra h KY Muslim Nahi Krti h ya Wese kapde Nahi pahnti h..tmhri soch gaadi h isi se pata chlta h tra kuaran tmko yahi sikhata h...insaan ko insaan ko nazar se haiwan ki nazar se nahi...aur baat rahi iswar ki to unme power thi tabhi aisa hua tha...saalo harmiyon tmne hi apne pegamber ko Mara tha koi Yehudi Hindu isaai Nahi Mara tha..tmlog apne Nabi ke Nahi hue...isi liye chahti pitete yaa Ali yaa Husain....unhe maar kr...bs sirf tmhra chlwa h ki mra dharm bht shaanti wala dharm h..
हटाएंYaad Karo tmhre pegamber ki beti jab ek Muslim ke ghr apne bache ko raat bhr lkr rahne k liye panah manga tha to kisi Muslim ne Nahi diya unhe ek Yehudi kr ghr m panah mili...jkr padh le...aur baat krte ho Hindu ko god pr ki ye galt h...tre baap ne dekh tha kuran ko udte hue..kuran udd kr aaya tha na sari baat isme Ved se churai hui h...jha tm hazz krte ho na waha bhi Mandir tha pata Karo...mre according Islaam se ganda religion mko koi Nahi lagta h....isme sirf hawaniyat h bs aur kuch Nahi...tm mse aakr debate kr le gaand phaad Teri...mind divert krne chala h....abe tre Jitne bhi sultan h history m pdho saare chor uchhake kutte...dekh Tmhri trh chutiya khujli wale kutto ka mre PS ilaaj h...krlena debate jaha se sawal krna hoga krna tre ek ek sawal ka dedunga aur tu mre sawal ka Jawab Dena...kitna tu janta h Aur kitna padha h kuran aur Gita...m Delhi m rahta hu sadrafganj m mra ghr number 137 h...
अबे नासा के वैज्ञानिक ज्योतिष का प्रयोग करते है किसी भी गृह की स्थति जानने के लिए , और हिन्दू धरम सबसे पुराना है ,तुम्हारे अल्लाह का कोई जेंडर नहीं है , कोन है , ऋग्वेद दुनिया की सबसे पुरानी किताब है और वो सिर्फ धार्मिक किताब नहीं है एक विज्ञान की किताब है , और टाइट कपड़े पहनने की बात करता है। ना , तो मुस्लिम लड़कियों भी पहनती है ,
हटाएंमुस्लिमों भारत छोड़ो अरब जाओ
हटाएंकटुओं की मां चुदेगी
हटाएंEk Chris 1400 saal pahle aaya or dunia barbad karke chala gaya ab ladtey raho salo take
हटाएंKarbala Ko Bhi Yaad Kar
हटाएंMuhammad Chhupa Kyon Tha
हटाएंतेरे जैसे कुत्ते कुछ अपने भोंपू पे भी बोलो की गांड़ फड़के क्यूं अज़ान देते हो।
हटाएंJo gadhe shavan me janm lete h un ko Har jagah hariyali hee dikh ti h ....
जवाब देंहटाएंKis ki jai si soch us ko Har jagah wo jaisa h us ko wahi dikhta h
Abe suvar ki aulad tera islam kya he hmse puaj abe chutmaarik chutalley teri saamne post he kya likha he wo padh aur tu kya bakchodi kr rha he ho post kya he aur tu kya baklolgiri kr rha he
जवाब देंहटाएंJo iss post me likha he wo tu khud btaa kya galat likha he iss me jab minority me hote ho galey lagkar rhte ho jhaa majority me aa gye whaa glaa kaat kr rhte ho yhi tum logo kaa itihas he gandmaro
Ek aisha muslim majority mulk btaa
Jhaa minority k log safe ho
Nhi btaa paayega
Tu chutiyagiri me samaj gyaa munaa tu topic se bhatkaa rha he gailchode gaand waale
Koi tum logo k saath nhi rhnaa chahta he
Hmne bhi hmaari colony me ek muslim family ko nhi rhne diya tha bechaare bohut gidgiray pr kya kre hm tum musalmaano pr vishwas hi nhi kr sakte tumhari harkatey hi aishe he
Jo bhi desh me 1% 2% hai wo bhi badh nahi katam ho rahe hai
जवाब देंहटाएंKyu jahar ugalte ho.Tum aadmi ho ya pashu .
जवाब देंहटाएंMullo Kii Maa Kaa Bhosda 😂😂🔥
जवाब देंहटाएंIslaam ki marketing roko us pr vichaar kro . Vichaar failta hai or durvichar ka ilaaj khoja jata hai faisla Aanuyayio ka hai ki kya krna hai
जवाब देंहटाएंमुर्ती पुजको यानी काफिर को मारने पर इनको 72 हूरे देता है अल्लाह तो क्या अल्लाह दल्ला है जो वाहा जीबी रोड खोल रखा है
जवाब देंहटाएंहिन्दूओ कि सभ्यता की तो पूरी दुनिया मुरीद हैं।
जवाब देंहटाएंतुम हमारे इतिहास के बारे मे सिर्फ आधी बात बता रहे हो। में 1700 सालों का इतिहास आपके सामने रखता हूँ।
मुसलमान दुसरो के प्रति कितना अमन चेन ,भाईचारा, प्रेम रखते है ये पूरी दुनिया को पता है। यहा तक कि तुम्हे खुद इस बात का पता होगा कि दुनिया के कितने मुस्लिम देश मे अमन चेन है।
हमारा तो एक ही देश है। जिसमें हम ना पहले सुरक्षित थे ना आज है ओर ना जाने यह जुल्म हम हिन्दुस्तानियों पर कब तक होते रहेगे।
हिन्दूओ के ऊपर मुसलमानों ने आज से नही हजारों सालो से अत्याचार करते आ रहे हैं। धर्म परिवर्तन, लूट मार, बलात्कार जैसे घिनौने कृत्य मुगलों से चले आ रहे।
भारत में बलात्कार की मानसिकता मुगलों की देन है। इतिहास उठाकर देख लो सब पता चल जाएगा।
मुगलों के अत्याचार तुम भूल गये होंगे परन्तु हम नहीं भूले।
1- मैं नहीं भूला उस कामपिपासु अलाउद्दिन खिलजी को, जिससे अपने सतीतव को बचाने के लिये रानी पद्ममिनी 14000 महिलाओं के साथ जलते हुए अग्निकुंड में कूद गयी थीं।
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2- मैं नहीं भूला उस जालिम औरंगजेब को, जिसने संभाजी महाराज को इस्लाम स्वीकारने से मना करने पर तडपा तडपा कर मारा था।
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3- मैं नहीं भूला उस जिहादी टीपु सुल्तान को, जिसने एक एक दिन में लाखों हिंदुओ का नरसंहार किया था।
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4- मैं नहीं भूला उस जल्लाद शाहजहाँ को, जिसने 14 बर्ष की एक ब्राह्मण बालिका के साथ अपने महल में जबरन बलात्कार किया था।
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5- मैं नहीं भूला उस बर्बर बाबर को, जिसने मेरे श्री राम प्रभु का मंदिर तोड़ा और लाखों निर्दोष हिंदुओ का कत्ल किया था।----------------------------------------------
6- मैं नहीं भूला उस शैतान सिकन्दर लोदी को, जिसने नगरकोट के ज्वालामुखी मंदिर की माँ दुर्गा की मूर्ति के टुकड़े कर उन्हें कसाइयों को मांस तोलने के लिये दे दिया था।----------------------------------------------
7- मैं नहीं भूला उस धूर्त ख्वाजा मोइन्निद्दिन चिस्ती को, जिसने संयोगीता को इस्लाम कबूल ना करने पर नग्न कर मुगल सैनिको के सामने फेंक दिया था।
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8- मैं नहीं भूला उस निर्दयी बजीर खान को, जिसने गुरूगोविंद सिंह के दोनों मासूम बच्चों फतेहसिंह और जोरावार को मात्र 7 साल और 5 बर्ष की उम्र में इस्लाम ना मानने पर दीवार में जिन्दा चुनवा दिया था।
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9- मैं नहीं भूला उस जिहादी बजीर खान को, जिसने बन्दा बैरागी की चमडी को गर्म लोहे की सलाखों से तब तक जलाया जब तक उसकी हड्डियां ना दिखने लगी मगर उस बन्दा वैरागी ने इस्लाम स्वीकार नहीं किया-------
10- मैं नहीं भूला उस कसाई औरंगजेब को, जिसने पहले संभाजी महाराज की आँखों मे गरम लोहे के सलिए घुसाए, बाद में उन्हीं गरम सलियों से पुरे शरीर की चमडी उधेडी, फिर भी संभाजी ने हिंदू धर्म नही छोड़ा था। -------------------
11- मैं नहीं भूला उस नापाक अकबर को, जिसने हेमू के 72 वर्षीय स्वाभिमानी बुजुर्ग पिता के इस्लाम कबूल ना करने पर उसके सिर को धड़ से अलग करवा दिया।
12- मैं नहीं भूला उस वहशी दरिंदे औरंगजेब को, जिने धर्मवीर भाई मतिदास के इस्लाम कबूल न करने पर बीच चौराहे पर आरे से चिरवा दिया था।
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हम हिंदुओ पर हुए अत्याचारो को बताने के लिए शब्द और पन्ने कम पड जायेंगे। तुम अगर सच्चे मुसलमान होते तो ये सब नहीं करते। तुम लोग मोदी ओर मिडिया को गालियाँ देते हो भला बुरा कहते हो। उस वक्त तो ये सब नहीं थे ना।
इन हादसो को पढो ओर फैसला करो कि जुल्म किस पर हुआ ओर किसने किया ओर किसने सहा।
हाथ जोड़कर विनती करता हूँ। अगर सच्चे मुसलमान हो तो एक बार अपने दिल से आपने इमान से पूछना कि आज तक हमने किसी के साथ ऐसे अन्याय किया है क्या।
Ham aapki baato se sahmat hu aapke logo ke sath bahut aanyay hua bahut aatyachar hua yadi aapke dwara likhi gayiee baat sahi hai, tou kya un logo ko swarg naseeb hua hoga jisane ye sab kiya, bhaiya aur bhi musalman hai lekin ye sab nahi karte hai,please aap sabhi musalmano ke khilaf na ho keval kooch log aise kam ko karte hai hindustan me aur bhi muslim hai jo manss machali ka sevan nahi karte usame se ham bhi hu,aapke dharmo ki kitabe padhta hu bahut achha lagta hai, lekin aap log kuran ke khilaf mat ho wo allah ki kitab hai usame kooch galat nahi likha hai bas log uss kitab ko galat najariye se padhate hai,please aap hi bataye ki koi pavitr granth me aisa hinsatmak shabd kaise likha hoga
हटाएंगलती इंसान से होती है पर जो गलती को सुधार ले और हमेशा के लिए खत्म कर दे वह सच्चा इंसान होता है
जवाब देंहटाएंIslam I hate u
जवाब देंहटाएंAgar tu mujhe khi mil gya to teri aesi gand kuto ga islam ke bare mai ulta sidha bolan bhul jayga
जवाब देंहटाएंअगर सही जान कारी नही मालुम हो तो कीसी भी धरम को बुरा बिलकुल मत कहो किसी बडें से जानकारी लेलेना चाहिए
जवाब देंहटाएंमैं तो मेरे सभी हिंदू भाइयों को यही समझाना चाहता हूं कि इस्लाम के बारे में कुछ पड़ी है आपको अपने आप समझ में आ जाएगा इस्लाम का एजेंडा ही यही है कि हिंदू धर्म को जड़ से मिटा देना पर कुछ सेकुलर हिंदू अभी भाईचारा निभाने में बहुत ही व्यस्त हैं
जवाब देंहटाएंइस्लाम धर्म में मानव की पाश्विक प्रवृतियो को धार्मिक जामा पहनाया गयाहै। जैसे कफिरो का लूटना उनकी औरतो का रेप करना उनको गुलाम बनाना इत्यादि को इस्लाम जायज मानता है। इतना ही नही इन पाश्विक प्रवृतियो की पूर्ति कै रास्ते मे यदि वह मारा जाता है तो अल्लाह उसे जन्नत में 72 हूर देगा।इस सब्जबाग ने मृत्यु के बाद भी मानव की पाश्विक नस को सहलाया है।
जवाब देंहटाएंइस्लाम कोई धर्म न होकर मानव की पाश्विक प्रवृतियो की पूर्ति के लिए एक विचारधारा है जिनकी पूर्ति मे यदि मर भी जाए तो भी जन्नत में जाकर 72हूर भोगने का प्रलोभन दिया गया है।
जवाब देंहटाएंइस्लाम इस बेस्ट
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