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"The world suffers alot, not because of the violence of bad people, but because of the silence of good people!!" By NAPOLEON BONAPART.. मेरे विचार ही मेरी पहचान हैं...मैं एक भारतीय हूँ.., जय हिंद!

शनिवार, 27 अगस्त 2011

इस्लाम की असलियत देखो...









by राज आर्य on Wednesday, August 24, 2011 at 10:37pm
जमात-ए-इस्लामी के संस्थापक मौलाना मौदूदी कहते हैं कि कुरान के अनुसार विश्व दो भागों में बँटा हुआ है, एक वह जो अल्लाह की तरफ़ हैं और दूसरा वे जो शैतान की तरफ़ हैं। देशो की सीमाओं को देखने का इस्लामिक नज़रिया कहता है कि विश्व में कुल मिलाकर सिर्फ़ दो खेमे हैं, पहला दार-उल-इस्लाम (यानी मुस्लिमों द्वारा शासित) और दार-उल-हर्ब (यानी “नास्तिकों” द्वारा शासित)। उनकी निगाह में नास्तिक का अर्थ है जो अल्लाह को नहीं मानता, क्योंकि विश्व के किसी भी धर्म के भगवानों को वे मान्यता ही नहीं देते हैं।

इस्लाम सिर्फ़ एक धर्म ही नहीं है, असल में इस्लाम एक पूजापद्धति तो है ही, लेकिन उससे भी बढ़कर यह एक समूची “व्यवस्था” के रूप में मौजूद रहता है। इस्लाम की कई शाखायें जैसे धार्मिक, न्यायिक, राजनैतिक, आर्थिक, सामाजिक, सैनिक होती हैं। इन सभी शाखाओं में सबसे ऊपर, सबसे प्रमुख और सभी के लिये बन्धनकारी होती है धार्मिक शाखा, जिसकी सलाह या निर्देश (बल्कि आदेश) सभी धर्मावलम्बियों को मानना बाध्यकारी होता है। किसी भी देश, प्रदेश या क्षेत्र के “इस्लामीकरण” करने की एक प्रक्रिया है। जब भी किसी देश में मुस्लिम जनसंख्या एक विशेष अनुपात से ज्यादा हो जाती है तब वहाँ इस्लामिक आंदोलन शुरु होते हैं। शुरुआत में उस देश विशेष की राजनैतिक व्यवस्था सहिष्णु और बहु-सांस्कृतिकवादी बनकर मुसलमानों को अपना धर्म मानने, प्रचार करने की इजाजत दे देती है, उसके बाद इस्लाम की “अन्य शाखायें” उस व्यवस्था में अपनी टाँग अड़ाने लगती हैं। इसे समझने के लिये हम कई देशों का उदाहरण देखेंगे, आईये देखते हैं कि यह सारा “खेल” कैसे होता है

जब तक मुस्लिमों की जनसंख्या किसी देश/प्रदेश/क्षेत्र में लगभग 2% के आसपास होती है, तब वे एकदम शांतिप्रिय, कानूनपसन्द अल्पसंख्यक बनकर रहते हैं और किसी को विशेष शिकायत का मौका नहीं देते, जैसे -
अमेरिका – मुस्लिम 0.6%
ऑस्ट्रेलिया – मुस्लिम 1.5%
कनाडा – मुस्लिम 1.9%
चीन – मुस्लिम 1.8%
इटली – मुस्लिम 1.5%
नॉर्वे – मुस्लिम 1.8%

जब मुस्लिम जनसंख्या 2% से 5% के बीच तक पहुँच जाती है, तब वे अन्य धर्मावलम्बियों में अपना “धर्मप्रचार” शुरु कर देते हैं, जिनमें अक्सर समाज का निचला तबका और अन्य धर्मों से असंतुष्ट हुए लोग होते हैं, जैसे कि –
डेनमार्क – मुस्लिम 2%
जर्मनी – मुस्लिम 3.7%
ब्रिटेन – मुस्लिम 2.7%
स्पेन – मुस्लिम 4%
थाईलैण्ड – मुस्लिम 4.6%

मुस्लिम जनसंख्या के 5% से ऊपर हो जाने पर वे अपने अनुपात के हिसाब से अन्य धर्मावलम्बियों पर दबाव बढ़ाने लगते हैं और अपना “प्रभाव” जमाने की कोशिश करने लगते हैं। उदाहरण के लिये वे सरकारों और शॉपिंग मॉल पर “हलाल” का माँस रखने का दबाव बनाने लगते हैं, वे कहते हैं कि “हलाल” का माँस न खाने से उनकी धार्मिक मान्यतायें प्रभावित होती हैं। इस कदम से कई पश्चिमी देशों में “खाद्य वस्तुओं” के बाजार में मुस्लिमों की तगड़ी पैठ बनी। उन्होंने कई देशों के सुपरमार्केट के मालिकों को दबाव डालकर अपने यहाँ “हलाल” का माँस रखने को बाध्य किया। दुकानदार भी “धंधे” को देखते हुए उनका कहा मान लेता है (अधिक जनसंख्या होने का “फ़ैक्टर” यहाँ से मजबूत होना शुरु हो जाता है), ऐसा जिन देशों में हो चुका वह हैं –
फ़्रांस – मुस्लिम 8%
फ़िलीपीन्स – मुस्लिम 6%
स्वीडन – मुस्लिम 5.5%
स्विटजरलैण्ड – मुस्लिम 5.3%
नीडरलैण्ड – मुस्लिम 5.8%
त्रिनिदाद और टोबैगो – मुस्लिम 6%

इस बिन्दु पर आकर “मुस्लिम” सरकारों पर यह दबाव बनाने लगते हैं कि उन्हें उनके “क्षेत्रों” में शरीयत कानून (इस्लामिक कानून) के मुताबिक चलने दिया जाये (क्योंकि उनका अन्तिम लक्ष्य तो यही है कि समूचा विश्व “शरीयत” कानून के हिसाब से चले)। जब मुस्लिम जनसंख्या 10% से अधिक हो जाती है तब वे उस देश/प्रदेश/राज्य/क्षेत्र विशेष में कानून-व्यवस्था के लिये परेशानी पैदा करना शुरु कर देते हैं, शिकायतें करना शुरु कर देते हैं, उनकी “आर्थिक परिस्थिति” का रोना लेकर बैठ जाते हैं, छोटी-छोटी बातों को सहिष्णुता से लेने की बजाय दंगे, तोड़फ़ोड़ आदि पर उतर आते हैं, चाहे वह फ़्रांस के दंगे हों, डेनमार्क का कार्टून विवाद हो, या फ़िर एम्स्टर्डम में कारों का जलाना हो, हरेक विवाद को समझबूझ, बातचीत से खत्म करने की बजाय खामख्वाह और गहरा किया जाता है, जैसे कि –
गुयाना – मुस्लिम 10%
भारत – मुस्लिम 15%
इसराइल – मुस्लिम 16%
केन्या – मुस्लिम 11%
रूस – मुस्लिम 15% (चेचन्या – मुस्लिम आबादी 70%)

जब मुस्लिम जनसंख्या 20% से ऊपर हो जाती है तब विभिन्न “सैनिक शाखायें” जेहाद के नारे लगाने लगती हैं, असहिष्णुता और धार्मिक हत्याओं का दौर शुरु हो जाता है, जैसे-
इथियोपिया – मुस्लिम 32.8%

जनसंख्या के 40% के स्तर से ऊपर पहुँच जाने पर बड़ी संख्या में सामूहिक हत्याऐं, आतंकवादी कार्रवाईयाँ आदि चलाने लगते हैं, जैसे –
बोस्निया – मुस्लिम 40%
चाड – मुस्लिम 54.2%
लेबनान – मुस्लिम 59%

जब मुस्लिम जनसंख्या 60% से ऊपर हो जाती है तब अन्य धर्मावलंबियों का “जातीय सफ़ाया” शुरु किया जाता है (उदाहरण भारत का कश्मीर), जबरिया मुस्लिम बनाना, अन्य धर्मों के धार्मिक स्थल तोड़ना, जजिया जैसा कोई अन्य कर वसूलना आदि किया जाता है, जैसे –
अल्बानिया – मुस्लिम 70%
मलेशिया – मुस्लिम 62%
कतर – मुस्लिम 78%
सूडान – मुस्लिम 75%

जनसंख्या के 80% से ऊपर हो जाने के बाद तो सत्ता/शासन प्रायोजित जातीय सफ़ाई की जाती है, अन्य धर्मों के अल्पसंख्यकों को उनके मूल नागरिक अधिकारों से भी वंचित कर दिया जाता है, सभी प्रकार के हथकण्डे/हथियार अपनाकर जनसंख्या को 100% तक ले जाने का लक्ष्य रखा जाता है, जैसे –
बांग्लादेश – मुस्लिम 83%
मिस्त्र – मुस्लिम 90%
गाज़ा पट्टी – मुस्लिम 98%
ईरान – मुस्लिम 98%
ईराक – मुस्लिम 97%
जोर्डन – मुस्लिम 93%
मोरक्को – मुस्लिम 98%
पाकिस्तान – मुस्लिम 97%
सीरिया – मुस्लिम 90%
संयुक्त अरब अमीरात – मुस्लिम 96%

बनती कोशिश पूरी 100% जनसंख्या मुस्लिम बन जाने, यानी कि दार-ए-स्सलाम होने की स्थिति में वहाँ सिर्फ़ मदरसे होते हैं और सिर्फ़ कुरान पढ़ाई जाती है और उसे ही अन्तिम सत्य माना जाता है, जैसे –
अफ़गानिस्तान – मुस्लिम 100%
सऊदी अरब – मुस्लिम 100%
सोमालिया – मुस्लिम 100%
यमन – मुस्लिम 100%

दुर्भाग्य से 100% मुस्लिम जनसंख्या होने के बावजूद भी उन देशों में तथाकथित “शांति” नहीं हो पाती। यहाँ यह भी उल्लेखनीय है कि जिन देशों में मुस्लिम जनसंख्या 8 से 10 प्रतिशत हो चुकी होती है, उन देशों में यह तबका अपने खास “मोहल्लो” में रहना शुरु कर देता है, एक “ग्रुप” बनाकर विशेष कालोनियाँ या क्षेत्र बना लिये जाते हैं, उन क्षेत्रों में अघोषित रूप से “शरीयत कानून” लागू कर दिये जाते हैं। उस देश की पुलिस या कानून-व्यवस्था उन क्षेत्रों में काम नहीं कर पाती, यहाँ तक कि देश का न्यायालयीन कानून और सामान्य सरकारी स्कूल भी उन खास इलाकों में नहीं चल पाते (ऐसा भारत के कई जिलों के कई क्षेत्रों में खुलेआम देखा जा सकता है, कई प्रशासनिक अधिकारी भी दबी जुबान से इसे स्वीकार करते हैं, लेकिन “सेकुलर-देशद्रोहियों” के कारण कोई कुछ नहीं बोलता)।

आज की स्थिति में मुस्लिमों की जनसंख्या समूचे विश्व की जनसंख्या का 22-24% है, लेकिन ईसाईयों, हिन्दुओं और यहूदियों के मुकाबले उनकी जन्मदर को देखते हुए कहा जा सकता है कि इस शताब्दी के अन्त से पहले ही मुस्लिम जनसंख्या विश्व की 50% हो जायेगी (यदि तब तक धरती बची तो)… भारत में कुल मुस्लिम जनसंख्या 15% के आसपास मानी जाती है, जबकि हकीकत यह है कि उत्तरप्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल और केरल के कई जिलों में यह आँकड़ा 40 से 50% तक पहुँच चुका है… अब देश में आगे चलकर क्या परिस्थितियाँ बनेंगी यह कोई भी (“सेकुलरों” को छोड़कर) आसानी से सोच-समझ सकता है…
(सभी सन्दर्भ और आँकड़े : डॉ पीटर हैमण्ड की पुस्तक “स्लेवरी, टेररिज़्म एण्ड इस्लाम – द हिस्टोरिकल रूट्स एण्ड कण्टेम्पररी थ्रेट तथा लियोन यूरिस – “द हज”, से साभार)

गुरुवार, 25 अगस्त 2011

जागो हिन्दू जागो...










There are nearly 52 Muslim countries and the others are mostly Christian.
*Show one Muslim country which provides Haj subsidy.
*Show one Muslim country where Hindus are extended the special rights that Muslims are accorded in India.
*Show one country where the 85% majority craves for the indulgence of the 15% minority.
*Show one Muslim country, which has a non-Muslim as its President or Prime Minister. Show one Mullah or Maulvi who has declared a 'fatwa' against terrorists.
*Hindu-majority Maharashtra, Bihar, Kerala, Pondicherry , etc. have in the past elected Muslims as CMs, can you ever imagine a Hindu becoming the CM of Muslim - majority J & K?
*In 1947, when India was partitioned,the Hindu population in Pakistan was about 24%….Today it is not even 1%. In 1947, the Hindu population in East Pakistan (now Bangladesh) was 30% ….today it is about 7%. What happened to the missing Hindus?
*Do Hindus have human rights? In contrast, in India, Muslim population has gone up from 10.4% in 1951 to about 14% today; whereas Hindu population has come down from 87.2% in 1951 to 85% in 1991.
*Do you still think that Hindus are fundamentalists?
*In India today Hindus are 85%. If Hindus are intolerant, how come masjids and madrasas are thriving?
*How come Muslims are offering Namaz on the roads?
*How come Muslims are proclaiming 5 times a day on loud speakers that there is no God except Allah?
*When Hindus gave to Muslims 30% of Bharat for a song, why should Hindus now beg for their sacred places at Ayodhya, Mathura And Kashi?
*Why Gandhi objected to the decision of the cabinet and insisted that Somnath Temple should be reconstructed out of public fund, not government funds. When in January 1948, he pressurized Nehru and Patel to carry on renovation of the mosques of Delhi at government expenses?
*Why Gandhi supported Khilafat Movement (nothing to do with our freedom movement) and what in turn he got?
*If Muslims are minorities in Maharashtra, UP, Bihar etc., are Hindus not minorities in J&K, Mizoram, Nagaland, Arunachal Pradesh, Meghalaya etc? Why are Hindus denied minority rights in these states?
*When Haj pilgrims are given subsidy, why Hindu pilgrims to Amarnath, Sabarimalai & Kailash Mansarovar are taxed?
*When Muslim schools can teach Quran, why Hindus cannot teach Gita or Ramayan in our schools?
*Do you admit that Hindus do have problems that need to be recognized? Or do you think that those who call themselves Hindus are themselves the problem?
*Why post - Godhra is blown out of proportion, when no-one talks of the ethnic cleansing of 4 lakh Hindus from Kashmir?
*Do you consider that - Sanskrit is communal and Urdu is secular, mandir is communal and masjid is secular, sadhu is communal and imam is secular, BJP is communal and Muslim league is secular, Dr.Praveen Bhai Togadia is ANTI-NATIONAL and Bhukari is secular, Vande Matharam is communal and Allah-O-Akbar is secular, Shriman is communal and Mian is secular, Hinduism is communal and Islam is secular, Hindutva is communal and Jihadism is secular, and at last, Bharat is communal and Italy is Secular?
*Why temple funds are spent for the welfare of Muslims when they are free to spend their money in any way they like?
*When uniform is made compulsory for school children, why there is no Uniform Civil Code for citizens?
*In what way, J&K is different from Maharashtra, Tami lNadu or Uttar Pradesh, to have Article 370?
*Abdul Rehman Antuley was made a trustee of the famous Siddhi Vinayak Temple in Prabhadevi, Mumbai can a Hindu - say Mulayam or Laloo – ever become a trustee of a masjid or madrasa?
*Dr. Praveen Bhai Togadia has been arrested many times on flimsy grounds. Has the Shahi Imam of Jama Masjid, Delhi, Ahmed Bhukari been arrested for claiming to be an ISI agent and advocating partition of Bharat?
*Can this happen anywhere, except in a HINDU NATION - BHARAT?

 Source: Facebook

जरा इनके बयानों का विरोधाभास देखिये....

हजारों सिखों का कत्लेआम – एक गलती
कश्मीर में हिन्दुओं का नरसंहार – एक राजनैतिक समस्या

...गुजरात में कुछ हजार लोगों द्वारा मुसलमानों की हत्या – एक विध्वंस
बंगाल में गरीब प्रदर्शनकारियों पर गोलीबारी – गलतफ़हमी

गुजरात में “परजानिया” पर प्रतिबन्ध – साम्प्रदायिक
“दा विंची कोड” और “जो बोले सो निहाल” पर प्रतिबन्ध – धर्मनिरपेक्षता

कारगिल हमला – भाजपा सरकार की भूल
चीन का 1962 का हमला – नेहरू को एक धोखा

मुस्लिम्स के लिए स्कूल-कालेजों में आरक्षण की मांग – सेक्यूलर
अल्पसंख्यक संस्थाओं में भी आरक्षण की भाजपा की मांग – साम्प्रदायिक

सोहराबुद्दीन की फ़र्जी मुठभेड़ – भाजपा का सांप्रदायिक चेहरा
ख्वाजा यूनुस का महाराष्ट्र में फ़र्जी मुठभेड़ – पुलिसिया अत्याचार

गोधरा के बाद के गुजरात दंगे - मोदी का शर्मनाक कांड
मेरठ, मलियाना, मुम्बई, मालेगाँव आदि-आदि-आदि दंगे - एक प्रशासनिक विफ़लता

हिन्दुओं और हिन्दुत्व के बारे बातें करना – सांप्रदायिक
इस्लाम और मुसलमानों के बारे में बातें करना – सेक्यूलर

संसद पर हमला – भाजपा सरकार की कमजोरी
अफ़जल गुरु को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद फ़ाँसी न देना – मानवीयता

भाजपा के इस्लाम के बारे में सवाल – सांप्रदायिकता
कांग्रेस के “राम” के बारे में सवाल – नौकरशाही की गलती

यदि कांग्रेस लोकसभा चुनाव जीती – सोनिया को जनता ने स्वीकारा
मोदी गुजरात में चुनाव जीते – फ़ासिस्टों की जीत

सोनिया मोदी को कहती हैं “मौत का सौदागर” – सेक्यूलरिज्म को बढ़ावा
जब मोदी अफ़जल गुरु के बारे में बोले – मुस्लिम विरोधी....

बुधवार, 24 अगस्त 2011

राजनीतिक क्रीडा ...

NDTV और IBN7 सरीखे "सत्यनिष्ठ" "निष्पक्ष" तथा घनघोर "कांग्रेस विरोधी" , विशेष रूप से "सोनिया-राहुल विरोधी" बन्ने का दिखावा करने वाले चैनलों ने भी कल रात से ये बताना शुरू कर दिया है कि टीम अन्ना कि मांगो को मनवाने में सोनिया द्वारा प्रधानमंत्री को भेजे गए "आदेश" और राहुल गांधी "जी" द्वारा दी गयी सलाह ने ही इस समझौते की शरुआत में मुख्य भूमिका निभायी है.....
बना दिया जनता को बेवकूफ....
इंडिया अगिन्स्त ......करप्शन IAC में ७०% पैसा कांग्रेस का लगा है जो इतने घोटालो के सामने आने के बाद राहुल और सोनिया की इमानदार छवि दिखने के लिए अन्ना का इस्तेमाल कर रहे है, सोनिया को पहले हे देश से बहार भेज दिया गया ताकि उनकी छवि पर कोई आंच न आये और राहुल को भी सामने नहि लाया गया ताकि कहानी चरम पर आते ही इन्हें आगे लाकर ये सिद्ध किया जा सके की कांग्रेस में भ्रस्त लोग हो सकते हैं पर गाँधी परिवार उंनसे लड़ रहा है और ईमानदारी के लिए कदम उठता रहेगा, प्ल्ज़ सुप्पोर्ट राहुल एंड वोट कांग्रेस...

शनिवार, 20 अगस्त 2011

NEWS: ANNA HAZARE movement has backing of RSS, middle class and youth

NEWS: ANNA HAZARE movement has backing of RSS, middle class and youth which together made a stir in the world. Now media of all world is covering this movement. Other Non-UPA parties are also joining it.

समाचार: अन्ना हजारे के आन्दोलन को RSS, माध्यम वर्ग और युवाओं का समर्थन प्राप्त है और इस आन्दोलन की गूंज विदेशी मीडिया में भी सुने दे रही है !! पाकिस्तान में भी कुछ लोग इस तरह का आन्दोलन चलने की तय्यारी कर रहे हैं.
बीजेपी तो इस आन्दोलन में पहले से थी, अब अन्य पार्टियाँ भी इस में उतर रही हैं.
Source: TOI and other news papers

Dalit columnist Chandrabhan Prasad has Quoted in Times of India(TOI)
"the anna movement is an upper-caste uprising against India's political democracy"
i don't understand why dalit section cannot recognize itself with India's Struggle? why they just try to get something from bharat and do not consider themself as a part of bharat?
why cann't they do constructive politics?

दलित लेखक चाद्रभन प्रसाद ने इस उच्च वर्ग के इंडियन राजनेतिक प्रजातंत्र के विरूद्ध विद्रोह की संज्ञा दी है. कुछ लोग इससे राईट विंग आन्दोलन बता रहे हैं.
ये सच है की बीजेपी ने इस आन्दोलन में भाग लेने वालों की सहायता करने के लिए देल्ली MCD में अपने समर्थ का उपयोग करते हुए रामलीला मैदान और अन्य जगहों को तैयार करवाया...
परन्तु आन्दोलन में भाग लेने वाले सभी वर्ग के लोग हैं जिसमे बीजेपी, RSS के साथ सभी वर्ग के लोग हैं जिसमे बाबा रामदेव के समर्थक भी हैं जिन्हें रामलीला मैदान में कांग्रेस सरकार की पुलिस से पिटवाया गया था. पर ज्यादा संख्या उस युवा वर्ग की है जो परेशान है सरकार की गलत नीतियों से, बेरोज़गारी से, या अपने रोज़गार की खामी से जो बढाती महगाई में उस के लिए आपर्यप्त है !!
जो अपने जीवन, समाज और देश में उन्नति और उत्कर्ष देखना चाहता है और गर्व से कहना चाहता है की मैं एक भारतीय हूँ !!
उअर रामदेव के पहुचते ही सरकार हरकत में आ गयी और अन्ना को छोड़ दिया गया क्योकि, रामदेव के समर्थक जो ज्यादातर गाँव में रहते हैं अगर देल्ली आ जाते तो कांग्रेस के प्राण संकट में पड़ जाते !!


However its true that the movement of Right wing and BJP has helped through its power in MCD DELHI to get Ramlila maidan and other places prepared for protesters.
BUT...
The protesters there are not just BJP supporters but they include people from all section of the society and a large chunk of them comprises of frustrated YOUTH who want change and is educated and unemployed or dissatisfied from their employment and condition of country.

A large part of protesters also include people who were beaten and send back from Ram Dev's Anshan and want to take a peaceful take on government and government knows this fact well. That is why when RamDev reached delhi to support Anna, government came in action and decided to release ANNA from jail, because if RamDev had got chance to make a call to people, thousands of rural public could have surfaced on the roads of delhi, make condition of congress worse.
Also today is Rajiv Gandhi's Birth Day and Congress party has spend lacs of Rupees in Ad given in Media for celebrating and Remembering Rajiv but no body is bothering as people are aware now of Gandhi family's politics as TWO MORE CAG Reports are waiting to explode on corruption making country suffer of loss of many thousand crore Rupees. First on Air India and other on Oil Exploration. Congress is Naked and Manmohan singh is worst PM, its proved in public now.

आज राजीव गाँधी का जन्मदिन भी है और कांग्रेस पार्टी ने मीडिया में विज्ञापन देने के लिए करोड़ों रूपया खर्च किया है पर किसी को इस की परवाह नहीं सभी अन्ना में रूचि रखते हैं जो भ्रस्ताचार के विरूद्ध लड़ रहे हैं जब की कांग्रेस के लिए दो CAG रिपोर्ट बुरी खबर बन कर आ रही है जिसमे सरकार द्वारा देश को करोडो की चपत का विवरण है एक एयर इंडिया में दूसरी तेल के अन्वेषण में.
कांग्रेस की पोल खुल गयी है
और मनमोहन सिंह सबसे बेकार प्रधान मंत्री साबित हुए हैं..
Long Live Revolution
Vande मातरम
वन्दे मातरम
जय हिंद
अजेय सिंह चौहान

गुरुवार, 18 अगस्त 2011

महात्मा से मुक्ति:१) अन्ना हजारे


“If our civilization is to survive, we must break with the habit of deference to great men. Great men make great mistakes.”
---- Sir Karl Raimund Popper (1902 -1994)

And when Great men make mistakes...it become social Blunder.
जब महान लोग गलती करते हैं तो वो गलती नहीं अपितु उनके अनुसरण कर्ताओं के दुःख और पीढ़ा का कारण बन जाती है...
......१> मोहनदास (महात्मा) गाँधी : देश का बटवारा और बोर्डर पर लाखों लाशें बिछना
२> बाबा राम देव और कांग्रेस की पुलिस के हातों हजारो लोगों की पिटाई.
३> अन्ना हजारे का पाखंडी और भ्रष्ट लोगों को साथ ले कर्जन आन्दोलन करना जैसे:

अग्निवेश:
जो एक असफल राजनेता है और हर जगह घटिया राजनीती करने की कोशिश करता है!! जैसे भगवा वस्त्र पहनना, स्वयं को आर्य समाजी बताना जबकि आर्य समाज समिति ने उसको आर्य समाज से उसके बुरे कर्मो के कारण निकल दिया था, मओवादिओं के पुलिस और सैनिकों की हत्या करने पर मओवादिओं को सही बताना, कश्मीर को भारत का अंग न कह कर आलगाव वादियों को खुश करना, और उसका ताज़ा कृत्य कश्मीरी गद्दार नेताओं से मिलने जाने पर अमर नाथ यात्रा को पाखंड बता बंद किये जाने को कहना...
प्रशांत भूषण और शांति भूषण:
ये पुत्र और पिता है जो अधिवक्ता(lawyer) हैं इन् पर आरोप लगते रहे है की ये पहले माफिया और घोटाले बाजों पर केस करते है फिर पैसे ले कर कोर्ट के बाहर समझोता कर लेते हैं और इन्होने खुद कई criminals को केस लड़ कर बचाया है जो प्रत्यक्ष रूप से दोषी थे ..
अरविन्द केजरीवाल और मनीष सिसोदिया:
ये NGO संस्थाएं चलते है और इनके संस्थाओं पर भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहे हैं. पर जब ये अन्ना हजारे से जुड़े तो भ्रष्टाचार की रकम लाखों-करोड़ों में जाने लगी और सुप्रीम कोर्ट के जज श्री P.B.सावंत की जाँच में 2005 में ये बात सामने आई की अन्ना और केजरीवाल के NGOs में आपस में सांठ-गाँठ है और लाखों रूपया का गबन होता है...
 
Anna himself is involved in several cases of corruption. This has been proved by the apex court appointed Justice Sawant Commission. The commission found that Anna runs several NGOs and money was spent illegally for many things including his birthday celebration. According to SC report, some workers of Hazare's trust are indulged either in graft or criminal act. Moreover, SC report had said Anna's birthday celebrations by his trust as illegal.

फिर भी अन्ना का साथ देना हमारी मजबूरी है क्योकि ज़हर को ज़हर ही मारता है पर हमें ज़हर को गले नहीं लगाना चाहिए!!!!
वर्ना भारत-माता के चित्र को non-secular(सांप्रदायिक) बता कर हटवा देने वाले अन्ना की टीम वाले कांग्रेस से भी बुरे राजनेता बन जायेंगे ?????

बुधवार, 22 जून 2011

भारत का भ्रष्टाचार एक नज़र में

BHarat ka bhrashtachaar ek nazar main

 मन मैला, तन ऊजरा, भाषण लच्छेदार,
 ऊपर सत्याचार है, भीतर भ्रष्टाचार।
 झूटों के घर पंडित बाँचें, कथा सत्य भगवान की,
 जय बोलो बेईमान की !
 प्रजातंत्र के पेड़ पर, कौआ करें किलोल,
 टेप-रिकार्डर में भरे, चमगादड़ के बोल।
 नित्य नई योजना बन रहीं, जन-जन के कल्याण की,
 जय बोल बेईमान की !
 महँगाई ने कर दिए, राशन-कारड फेस
 पंख लगाकर उड़ गए, चीनी-मिट्टी तेल।
 ‘क्यू’ में धक्का मार किवाड़ें बंद हुई दूकान की,
 जय बोल बेईमान की !
 डाक-तार संचार का ‘प्रगति’ कर रहा काम,
 कछुआ की गति चल रहे, लैटर-टेलीग्राम।
 धीरे काम करो, तब होगी उन्नति हिंदुस्तान की,
 जय बोलो बेईमान की !
 दिन-दिन बढ़ता जा रहा काले घन का जोर,
 डार-डार सरकार है, पात-पात करचोर।
 नहीं सफल होने दें कोई युक्ति चचा ईमान की,
 जय बोलो बेईमान की !
 चैक केश कर बैंक से, लाया ठेकेदार,
 आज बनाया पुल नया, कल पड़ गई दरार।
 बाँकी झाँकी कर लो काकी, फाइव ईयर प्लान की,
 जय बोलो बईमान की !
 वेतन लेने को खड़े प्रोफेसर जगदीश,
 छहसौ पर दस्तखत किए, मिले चार सौ बीस।
 मन ही मन कर रहे कल्पना शेष रकम के दान की,
 जय बोलो बईमान की !
 खड़े ट्रेन में चल रहे, कक्का धक्का खायँ,
 दस रुपए की भेंट में, थ्री टायर मिल जायँ।
 हर स्टेशन पर हो पूजा श्री टी.टी. भगवान की, जय बोलो बईमान की !
 बेकारी औ’ भुखमरी, महँगाई घनघोर,
 घिसे-पिटे ये शब्द हैं, बंद कीजिए शोर।
 अभी जरूरत है जनता के त्याग और बलिदान की,
 जय बोलो बईमान की !
 मिल-मालिक से मिल गए नेता नमकहलाल,
 मंत्र पढ़ दिया कान में, खत्म हुई हड़ताल।
 पत्र-पुष्प से पाकिट भर दी, श्रमिकों के शैतान की,
 जय बोलो बईमान की !
 न्याय और अन्याय का, नोट करो जिफरेंस,
 जिसकी लाठी बलवती, हाँक ले गया भैंस।
 निर्बल धक्के खाएँ, तूती होल रही बलवान की,
 जय बोलो बईमान की !
 पर-उपकारी भावना, पेशकार से सीख,
 दस रुपए के नोट में बदल गई तारीख।
 खाल खिंच रही न्यायालय में, सत्य-धर्म-ईमान की,
 जय बोलो बईमान की !
 नेता जी की कार से, कुचल गया मजदूर,
 बीच सड़कर पर मर गया, हुई गरीबी दूर।
 गाड़ी को ले गए भगाकर, जय हो कृपानिधान की,
 जय बोलो बईमान की !
 -anuj tyagi

भ्रस्टाचार मिटाओ सत्याग्रह क्यों?

भ्रस्टाचार मिटाओ सत्याग्रह क्यों?


 जाग उठे हैं लोग देश में, आंधी चलने वाली है
 भूख और भ्रष्टाचार में डूबी, रात गुजरने वाली है
 चार जून को राम देव जी, दिल्ली को ललकारेंगे -२
हम भी बाबा साथ तुम्हारे , लाखों लोग पुकारेंगे
 लाखों लोग करेंगे अनशन, ऐसी क्या मज़बूरी है -२
 जो नहीं जानते गौर करे , ये मुद्दे बहुत जरुरी है
 दुनिया के बाकि देशों में, नहीं चलते नोट हजारी है -२
 क्यों भारत में हैं बड़े नोट , भारत की क्या लाचारी है
 बड़े नोट ही नकली छपते , छोटे नोटों में घाटा है -२
 नकली नोट का देश में आना , अपने मुहं पर चांटा है
 भ्रस्टाचारी के घर दफ्तर , रेड जहाँ भी मारी है -२
 रजाई , गद्दे , तकियों तक से , निकले नोट हजारी है
 बड़े नोट गर बंद किये तो , आतंकी खुद मर जायंगे -२
 नकली नोट नहीं होंगे, तो बन्दूक कहाँ से लायेंगे
 बड़े नोट बंद करवाना , नहीं मुद्दा कोई निराला है -२
 हुआ तीन बार भी पहले , ये फिर से होने वाला है
 बड़े नोटों को बंद करो , ये पहली मांग हमारी है -२
 पड़ा जो इसकी खातिर मरना , इसकी भी तयारी है
 फिर ना समझना बेवकूफ है -२ , जनता भोली भाली है -२
 जाग उठे हैं लोग देश में, आंधी चलने वाली है
 भूख और भ्रष्टाचार में डूबी, रात गुजरने वाली है
 आजादी के बाद देश को, नेता इतना लूट गए -२
 खादी से विश्वाश के अपने , धागे सारे टूट गए
 भ्रष्टाचारी नेता अधिकारी , भारत को खाते जाते हैं
 लूट लूट के देश का पैसा , स्विस बैंक पहुंचाते हैं
 स्लम डोग हम कहलाते , गिनती होती कंगलो में -२
 क्योंकि, 400 लाख करोड़ खा गए नेता , पिछले पैंसठ सालो में
 जहाँ डाल डाल पर सोने की चिड़िया करती थी बसेरा -२
 वहां भूख के कारण एक मिनट में , मरते लोग है तेरह
 भूख तोडती लोगों के धरम , धर्य , ईमान को -२
 नक्सलवादी बना दिया , भूखे मरते इंसान को
 स्विस बैंक में जमा खजाना जब वापस आ जायगा -२
 अर्थ व्यवस्था चमकेगी , हर भूखा खाना खायेगा
 UN बिल को पास करो , जो काले धन को लायेगा
 जब पैसा वापस आ जाएगा , हर गाँव करोडो पायेगा
 रुपया आसमान में होगा , कीमत पर इतराएगा
 डॉलर उसका होगा चाकर , पैर दबाने आएगा
 लोकपाल जनता की लाठी , मारो तो आवाज भी है -२
 जाँच सभी की हो चाहे , देश का वो सरताज भी है
 लोकपाल कमजोर बने , ये दाळ ना गलने वाली है -२
 जाग उठे हैं लोग देश में, आंधी चलने वाली है
 भूख और भ्रष्टाचार में डूबी, रात गुजरने वाली है
 अंग्रेज गए जब भारत से , आजादी हमको सोंप गए
 जितने भी क़ानून थे काले , सारे हम पर थोप गए

 पुराने कानूनों के कुछ उदाहरण देखे :-

 कहने को आजाद है भारत , पर क़ानून पुराने है
 भट्ठा और पारसोल के किस्से , सब लोगों ने जाने हैं
 IPC और पुलिस एक्ट , और जाने कितने क़ानून यहाँ
 भारत माँ के स्वाभिमान का , हर दिन करते खून यहाँ
 फसलों की कीमत आज के दिन भी , तय करते अधिकारी है
 इनकम टैक्स के भेद समझना , सर दर्द बड़ा ही भारी है
 बड़ी कंपनी ठेका लेकर , जंगल के जंगल साफ़ करे
 एक पेड भी आप ने काटा , क़ानून कभी ना माफ़ करे
 ऐसे हजार क़ानून पुराने , जनता आज भी झेल रही -२
 और सरकारें बैठ मजे से , 2 जी 3 जी खेल रही
 न्याय नहीं है न्यायालों में , जब भी माँगा तारीख मिली -२
 भोपाल कांड एक बड़ा उदाहरण , ना सजा मिली ना सीख मिली
 साढ़े तीन सो साल लगेंगे, पैंडिंग केस निपटने में
 न्याय व्यवस्था बुरे हाल में, देखा सारे ज़माने ने
 क्यों हमे खिलाये जाती है, विकसित देशो की बैन दवा
 क्यों नकली दवा के सौदागर , कभी न पाते कोई सजा
 क्यों करदाता के खर्चे पर , आतंकी बिरयानी खाते हैं
 क्यों उन्हें जवाई बना कर के , हम खुद साले बन जाते हैं
 फाँसी का कानून बने, जो कोई भ्रष्टाचार करे -२
 मिलावट करने वालों को , और जो कोई बलात्कार करे
 ऐसे सख्त कानून बिना , अब बात ना बनने वाली है -२
 जाग उठे हैं लोग देश में, आंधी चलने वाली है
 भूख और भ्रष्टाचार में डूबी, रात गुजरने वाली है
 छोटे उद्श्यों में फंस कर , ना जीवन बेकार करो -२
 25 करोड़ भूखे हैं हर दिन , उनका थोडा विचार करो
 गर समझो बाबाजी ठीक कहैं
 सच भी होकर निर्भीक कहैं
 बाबा हम भी साथ तुम्हारे , जब नि`कले मुख से ये बोल -२
 टोल फ्री एक नंबर ले लो , कर देना उस पर मिस कोल
 अब उठो समर्थन दो उनको , वर्ना देश प्रेम ये जाली है -२
 जाग उठे हैं लोग देश में, आंधी चलने वाली है
 भूख और भ्रष्टाचार में डूबी, रात गुजरने वाली है
 -Ravindra

बुधवार, 15 जून 2011

राहुल गाँधी के फॅमिली बिज़नस/पारिवारिक व्यवसाय का पर्दा फाश एक आई.आई.टी/IIT विद्यार्थी द्वारा

Rahul Gandhi:
 "I feel ashamed to call myself an INDIAN after seeing what has happened here in UP".
 
 
PLEASE DON'T BE ASHAMED OF U.P. YET
Please don't be ashamed of Uttar Pradesh yet. Congress ruled the State for the Majority of the duration Pre Independence to Post  Independence .. from 1939 to 1989 ( barring the Periods of Emergency.. Thanks to your Grand Mom Indira G. and a couple of transitional Governments)
8 out of the total 14 Prime Ministers of India have been from UP, 6 out of those 8 have been from Congress...
I think your party had more than half a century and half a Dozen PM's to build a State...
The Reason Mulayam Singh, subsequently came to Power is because your party wasn't exactly Gandhian in their dealings in the State.. So May be If you look at in totality the present chaos in UP is the outcome of the glorious leadership displayed by Congress in UP for about 50 years!
So Please don't feel ashamed as yet Dear Rahul.. For Mayawati is only using the Land Acquisition Bill which your party had itself used to LOOT the Farmers many times in the Past!
WHY DIDN'T YOUR PARTY CHANGE THE BILL WHEN IT WAS IN POWER FOR SO LONG?
Not that I Endorse what Mayawati is doing.. What Mayawati is doing is Unacceptable..
But the past actions of your party and your recent comments, puts a question mark on your INTENT and CONSISTENCY.
 

YOU REALLY WANT TO FEEL ASHAMED
But don't be disappointed, I would give you ample reasons to feel ashamed...
You really want to feel Ashamed..?
First Ask Pranav Mukherjee, Why isn't he giving the details of the account holders in the Swiss Banks.
Ask your Mother, Who is impeding the Investigation against Hasan Ali?
Ask her, Who got 60% Kickbacks in the 2G Scam ?
Kalamdi is accused of a Few hundred Crores, Who Pocketed the Rest in the Common Wealth Games?
Ask Praful Patel what he did to the Indian Airlines? Why did Air  India let go of the Profitable Routes ?
Why should the Tax Payer pay for the Air India losses, when you intend to eventually DIVEST IT ANYWAY!!!
Also, You People can't run an Airline Properly. How can we expect you to run the Nation?
Ask Manmohan Singh. Why/What kept him quiet for so long?
Are Kalmadi and A Raja are Scapegoats to save Big Names like Harshad Mehta was in the 1992 Stock Market Scandal ?
Who let the BHOPAL GAS TRAGEDY Accused go Scot Free? ( 20,000 People died in that Tragedy)
Who ordered the State Sponsored Massacre of SIKHS in 84?
Please read more about, How Indira Gandhi pushed the Nation Under Emergency in 76-77, after the HC declared her election to Lok Sabha Void!
(I bet She had utmost respect for DEMOCRACY and JUDICIARY and FREE PRESS)
I guess you know the answers already. So My question is, Why the Double Standards in Judging Mayawati and members of your Family and Party?
I condemn Mayawati. But Is She the only one you feel Ashamed for?
What about the ones close to you? For their contribution to the Nation's Misery is beyond comparison.
You talk about the Land being taken away from the Farmers. How many Suicides have happened under your Parties Rule in Vidarbha ? Does that Not Ashame You ?
 

THE 72,000 CRORE LOAN WAIVER
Your Party gave those Farmers a 72,000 Crore Loan Waiver. Which didn't even reach the Farmers by the way.
So, Why don't you focus on implementing the policies which your govt. has undertaken, instead of earning brownie points by trying to manufacture consent by bombarding us with pictures of having food with Poor Villagers....
You want to feel ashamed. You can feel ashamed for your Party taking CREDIT for DEBITING the Public Money (72,000 crores) from the Government Coffers and literally Wasting it...
 
 
You want to feel ashamed.. Feel ashamed for that..
.
 

WHY ONLY HIGHLIGHT THIS ARREST?


Dear Rahul, to refresh your memory, you were arrested/detained by the FBI the BOSTONAirport in September 2001.


You were carrying with you $ 1,60,000 in Cash. You couldn't explain why you were carrying so much Cash.
Incidentally He was with his Columbian girlfriend Veronique Cartelli, ALLEGEDLY, the Daughter of Drug Mafia.
9 HOURS he was kept at the Airport.
Later then freed on the intervention of the then Prime Minister Mr.Vajpayee.. FBI filed an equivalent of an FIR in US and released him.
When FBI was asked to divulge the information, by Right/Freedom to Information Activists about the reasons Rahul was arrested ... FBI asked for a NO OBJECTION CERTIFICATE from Rahul Gandhi.
So Subramaniyam Swami wrote a Letter to Rahul Gandhi, " If you have NOTHING to HIDE, Give us the Permission" 


HE NEVER REPLIED!
Why did that arrest not make Headlines Rahul? You could have gone to the Media and told, "I am ashamed to call myself an INDIAN?".
Or is it that, you only do like to highlight Symbolic Arrests (like in UP) and not Actual Arrests ( In BOSTON )
 
 
Kindly Clarify.....
In any case, you want to feel ashamed, Read Along...
 

YOUR MOTHER'S SO CALLED SACRIFICE OF GIVING UP PRIME MINISTER SHIP in 2004.
According to a Provision in the Citizenship Act.
A Foreign National who becomes a Citizen of India, is bounded by the same restrictions, which an Indian would face, If he/she were to become a Citizen of Italy.
(Condition based on principle of reciprocity)
[READ ANNEXURE- 1&2]
 

Now Since you can't become a PM in  Italy , Unless you are born there.
Likewise an Italian Citizen can't become Indian PM, unless He/She is not born here!
 

Dr. SUBRAMANIYAM SWAMI (The Man who Exposed the 2G Scam) sent a letter to the PRESIDENT OF  INDIA bringing the same to his Notice. [READ LETTER TO THE PRESIDENT IN ANNEXURE -3]


PRESIDENT OF INDIA sent a letter to Sonia Gandhi to this effect, 3:30 PM, May 17th, 2004.


Swearing Ceremony was scheduled for 5 PM the same Day.


Manmohan Singh was brought in the Picture at the last moment to Save Face!!

 

Rest of the SACRIFICE DRAMA which she choreographed was an EYE  WASH !!!


Infact Sonia Gandhi had sent, 340 letters, each signed by different MP to the PRESIDENT KALAM, supporting her candidacy for PM
.

One of those letters read, I Sonia Gandhi, elected Member from Rai Bareli, hereby propose Sonia Gandhi as Prime Minister.
So SHE was Pretty INTERESTED! Until She came to know the Facts!

So She didn't make any Sacrifice, It so happens that SONIA GANDHI couldn't have become the PM of  INDIA that time.

 
 
You could be Ashamed about that Dear Rahul!! One Credential Sonia G had, Even that was a HOAX!
 

THINK ABOUT YOURSELF.
You go to Harvard on Donation Quota. ( Hindujas Gave HARVARD 11 million dollars the same year, when Rajiv Gandhi was in Power)
Then you are expelled in 3 Months/ You Dropped out in 3 Months.... ( Sadly Manmohan Singh wasn't the Dean of Harvard that time, else you might have had a chance... Too Bad, there is only one Manmohan Singh!)
Some Accounts say, You had to Drop out because of Rajiv Gandhi's Assassination.
May be, But Then Why did you go about lying about being Masters in Economics from Harvard .. before finally taking it off your Resume upon questioning by Dr. SUBRAMANIYAM SWAMI (The Gentlemen who exposed the 2G Scam)
At St. Stephens.. You Fail the Hindi Exam.
Hindi Exam!!!
And you are representing the BiggestHindiSpeakingState of the Country?
 

SONIA GANDHI's EDUCATIONAL QUALIFICATIONS
Sonia G gave a sworn affidavit as a Candidate that She Studied English at  University of  Cambridge
[SEE ANNEXURE-6, 7_37a]

According to CambridgeUniversity, there is no such Student EVER! [ SEE ANNEXURE -7_39]
Upon a Case by Dr. Subramaniyam Swami filed against her,
She subsequently dropped the CAMBRIDGE CREDENTIAL from her Affidavit.

 

You Fake your Educational Degree, Your Mother Fakes her Educational Degree.
And then you go out saying, " We want Educated Youth into Politics!"
 
 
Letters sent by Dr. Swami to EC and then Speaker of Lok Sabha are in ANNEXURE 7_36 &7_35 RESPECTIVELY
 
 
Contrast that with Gandhi Ji , who went to South Africa, Became a Barrister, on Merit, Left all that to work for South Africa, then for the Country....
 
 
WHY LIE ABOUT EDUCATIONAL CREDENTIALS?
Not that Education is a Prerequisite for being a great Leader, but then you shouldn't have lied about your qualifications!
You could feel a little ashamed about Lying about your Educational Qualifications. You had your reasons I know, Because in  India , WE RESPECT EDUCATION!
But who cares about Education, When you are a Youth Icon!!
 

YOUTH ICON
You traveled in the Local Train for the first time at the Age of 38.
You went to some Villages as a part of Election Campaign.
And You won a Youth Icon!! ... That's why You are my Youth Icon.

For 25 Million People travel by Train Everyday. You are the First Person to win a Youth Icon for boarding a Train. 


Thousands of Postmen go to remotest of Villages. None of them have yet gotten a Youth Icon.
You were neither YOUNG Nor ICONIC!
Still You became a Youth Icon beating Iconic and Younger Contenders like RAHUL DRAVID.
Shakespeare said, What's in a Name?
Little did he knew, It's all in the Name, Especially the Surname!
Speaking of Surname, Sir
 
 
DO YOU REALLY RESPECT GANDHI, OR IS IT JUST TO CASH IN ON THE GOODWILL OF MAHATMA? 

Because the Name on your Passport is RAUL VINCI.
Not RAHUL GANDHI..
May be if you wrote your Surname as Gandhi, you would have experienced, what Gandhi feels like, LITERALLY ( Pun Intended)

You People don't seem to use Gandhi much, except when you are fighting Elections.
( There it makes complete sense).

Imagine fighting elections by the Name Raul Vinci...

 
 
It feels sadly Ironic, Gandhi Ji, who inspired Icons like Nelson Mandela ,Martin Luther King Jr. and John Lennon, across the world, Couldn't inspire members of his party/ Nehru's Family, who only seem to use his Surname for the purposes of FIGHTING ELECTIONS and conveniently use a different name on their PASSPORT.
 

You use the name GANDHI at will and then say, " Mujhe yeh YUVRAJ shabd Insulting lagta hai! Kyonki aaj Hindustan mein Democracy hai, aur is shabd ka koi matlab nahin hai!
1. YUVRAJ, Itna hi Insulting lagta hai, to lad lo RAUL VINCI ke Naam se!!! Jin Kisano ke saath photo khinchate ho woh bhi isliye entertain karte hain ki GANDHI ho.. RAUL VINCI bol ke Jao... Ghar mein nahin ghusaenge!!!
 
 
You could feel ashamed for your Double Standards.
 

YOUTH INTO POLITICS.
Now You want Youth to Join Politics.
I say First you Join Politics.
Because you haven't Joined Politics. You have Joined a Family Business. 
First you Join Politics. Win an Election fighting as RAUL VINCI and Not Rahul Gandhi, then come and ask the youth and the Educated Brass for more involvement in Politics.
Also till then, Please don't give me examples of Sachin Pilot and Milind Deora and Naveen Jindal as youth who have joined Politics..
They are not Politicians. They Just happen to be Politicians.
Much Like Abhishek Bachchan and other Star Sons are not Actors. They just happen to be Actors (For Obvious Reasons)
So, We would appreciate if you stop requesting the Youth to Join Politics till you establish your credentials...
 

WHY WE CAN'T JOIN POLITICS!
Rahul Baba, Please understand, Your Father had a lot of money in your Family account ( in Swiss Bank) when he died.
 
Ordinary Youth has to WORK FOR A LIVING.
YOUR FAMILY just needs to NETWORK FOR A LIVING
If our Father had left thousands of Crores with us, We might consider doing the same..
But we have to Work. Not just for ourselves. But also for you. So that we can pay 30% of our Income to the Govt. which can then be channelized to the Swiss Banks and your Personal Accounts under some Pseudo Names.
So Rahul, Please don't mind If the Youth doesn't Join Politics. We are doing our best to fund your Election Campaigns and your Chopper Trips to the Villages.
Somebody has to Earn the Money that Politicians Feed On.
 

NO WONDER YOU ARE NOT GANDHI'S. YOU ARE SO CALLED GANDHI'S!!
Air  India , KG Gas Division, 2G, CWG, SWISS BANK Account Details... Hasan Ali, KGB., FBI Arrest..
You want to feel ashamed..
Feel Ashamed for what the First Family of Politics has been reduced to...
A Money Laundering  Enterprise .
 
 
NO WONDER YOU ARE NOT GANDHI'S BY BLOOD. GANDHI is an adopted Name. For Indira didn't marry Mahatma Gandhi's Son.
For even if you had one GENE OF GANDHI JI in your DNA. YOU WOULDN'T HAVE BEEN PLAGUED BY SUCH 'POVERTY OF AMBITION' ( Ambition of only EARNING MONEY)
 
 
You really want to feel Ashamed.
Feel Ashamed for what you ' SO CALLED GANDHI'S' have done to MAHATMA'S Legacy..
I so wish GANDHI JI had Copyrighted his Name!
Meanwhile, I would request Sonia Gandhi to change her name to $ONIA GANDHI, and you could replace the 'R' in RAHUL/RAUL by the New Rupee Symbol!!!
 
 
RAUL VINCI : I am ashamed to call myself an Indian.
Even we are ashamed to call you so!
 
 
P.S: Popular Media is either bought or blackmailed, controlled to Manufacture Consent!
My Guess is Social Media is still a Democratic Platform. (Now they are trying to put legislations to censor that too!!)
Meanwhile, Let's ask these questions, for we deserve some Answers.
For we are all Gandhi's. For Bapu is the Father of the Nation!
 
 
To know more, Try looking for Dr. SUBRAMANIYAM SWAMI. He is the reason today 2G SCAM is being Investigated!!!
 
 
YOURS SINCERELY
NITIN GUPTA ( RIVALDO)
B.Tech, IIT  Bombay

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Thank you for reading.

गुरुवार, 7 अप्रैल 2011

भारतीय की ललकार



भारतीय तुमने 'कर' फैलाकर, कभी नही कुछ माँगा.
युध क्षेत्र में पीठ दिखाकर, कभी नही तू भागा.
तू भारत माता का प्रहरी है, युगों से लड़ता आया
कभी राम कभी कृष्ण रूप में, धर्म की रक्षा करता आया!

जब-जब धरती पर धर्म घटा, तब-तब तुमने धर्म-युद्ध लड़ा!
अब फिर धरती पर त्राहि मची, अब फिर लड़ने की बरी है,
हुंकार भरो, ललकार करो, ये धर्म-युद्ध हितकारी है…


पश्चिम से आते तुफानो ने जब भी हमको ललकारा है,
विश्व विजेता बनते-बनते हर सिकंदर हमसे हारा है!
हर सागर जिससे डरता था तेरी वो प्यास कहाँ है,
गौरी को सोलह बार हराया वोह पुरुषार्थ कहाँ है!

हिंद पर छाए राहू-केतु
पाप-नाश धर्म संस्थापना हेतु
तुम चुप न रहो, अब सच कह दो,
अब न्याय करने की बारी है!
हुंकार भरो ललकार करो, ये धर्म-युद्ध हितकारी है!


क्यों सोया तेरा पौरुष है क्या कथा सुनानी होगी,
हनुमान की भांति शक्ति याद दिलानी होगी ?
पूर्वजो सा बल और पौरुष तुमको भी दिखलाना है,
कंधार से कन्याकुअरी तक एक राष्ट्र बनाना है!
उठो, चलो, एकजुट हो जाओ,
फिर सर्वश्रेष्ठ शक्ति बन जाओ!
तुम कर्म करो, फिर से व्रत धरो,
फिर यज्ञ करने की बारी है!
हुंकार भरो ललकार करो, ये धर्म-युद्ध हितकारी है!

--अजेय सिंह चौहान